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NTPC ग्रीन एनर्जी की ₹30000 करोड़ का ट्रांसमिशन नेटवर्क बनाने की योजना

  • NTPC Green Energy Share Price: एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड आंध्र प्रदेश में अपने आगामी ग्रीन हाइड्रोजन हब को बिजली देने के लिए 30,000 करोड़ रुपये का ट्रांसमिशन नेटवर्क बनाने की योजना बना रही है।

Drigraj Madheshia लाइव हिन्दुस्तानFri, 6 Dec 2024 07:45 AM
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NTPC Green Energy Share Price: एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड आंध्र प्रदेश में अपने आगामी ग्रीन हाइड्रोजन हब को बिजली देने के लिए 30,000 करोड़ रुपये का ट्रांसमिशन नेटवर्क बनाने की योजना बना रही है। नेटवर्क की क्षमता 20 गीगावॉट है। यह नेशनल पावर ग्रिड से अलग रहेगा। यह शुरू में अनंतपुर में एनटीपीसी की प्रस्तावित सोलर प्रोजेक्ट को पुडीमडका में भारत के पहले हाइड्रोजन हब से जोड़ेगा। दोनों आंध्र प्रदेश में स्थित हैं। 1,600 एकड़ में आने वाले हब को हर दिन 1,500 टन ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन करने का लक्ष्य रखा गया है।

फोकस में रहेगा एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी का शेयर

इस अपडेट के बाद एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी के शेयर आज फोकस में रहेंगे। गुरुवार को इसमें 4.54 पर्सेंट की गिरावट आई थी और ये 140.95 रुपये पर बंद हुए थे। लिस्टिंग के बाद से यह करीब 16 पर्सेंट चढ़ चुका है। 27 नवंबर को शेयर 108 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले 111.6 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुए थे।

क्लीन एनर्जी द्वारा संचालित इलेक्ट्रोलाइजर्स में पानी को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में तोड़कर ग्रीन हाइड्रोजन का प्रोडक्शन किया जाता है। इस ईंधन का उपयोग रिफाइनरियों और स्टील और एल्यूमीनियम के निर्माण में किया जाता है।

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परियोजना के लिए भूमि आवंटित करने का अनुरोध

यह अभी वैचारिक चरण में है। एक बार जब कंपनी के पास जमीन आवंटन पर स्पष्टता होगी तो वह नेटवर्क स्थापित करने पर तेजी से आगे बढ़ेगी। योजना 2032 तक 20 गीगावॉट ट्रांसमिशन सिस्टम स्थापित करने की है। एनटीपीसी ग्रीन ने राज्य सरकार से परियोजना के लिए भूमि आवंटित करने का अनुरोध किया है।

ग्रीन हाइड्रोजन बेचने की बातचीत

मिंट ने बताया कि एनटीपीसी ग्रीन हब से ग्रीन हाइड्रोजन बेचने के लिए जापान के टोयो इंजीनियरिंग कॉर्प और नॉर्वे के गेटेक एएस के साथ बातचीत कर रहा है। इसके अलाव ऑस्ट्रेलिया का फोर्टेस्क्यू पुदिमदाका में ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन करने के लिए कंपनी के साथ अलग से बातचीत कर रहा है।

सूत्रों ने बताया कि ग्रीन हाइड्रोजन हब के अनुमानित आकार को देखते हुए इसे राज्य के भीतर और बाहर से अन्य क्लीन पावर जनरेटर से पावर सोर्स की भी आवश्यकता हो सकती है। अनंतपुर के अलावा, आंध्र प्रदेश में कुरनूल, जिसमें एक अल्ट्रा मेगा सौर ऊर्जा पार्क है, हाइड्रोजन हब से जुड़ने के लिए विचाराधीन है।

स्विचर स्थापित करने का खर्च 1 ट्रिलियन

ग्रीन एनर्जी प्रोडक्शन, ट्रांसमिशन इन्फ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने और ग्रीन एनर्जी प्राप्त करने के लिए हब में एक स्विचर स्थापित करने के लिए कुल खर्च लगभग 1 ट्रिलियन होगा। इसका 30% तक ट्रांसमिशन में जाएगा। एनटीपीसी ग्रीन ट्रांसमिशन परियोजना के लिए राज्य की वित्तीय सहायता भी मांग सकता है। एनटीपीसी और आंध्र प्रदेश सरकार के ऊर्जा विभाग को भेजे गए सवालों का खबर लिखे जाने तक जवाब नहीं मिला था।

ग्रीन एनर्जी में ₹5 ट्रिलियन निवेश करने की योजना

भारत की सबसे बड़ी बिजली उत्पादन उपयोगिता, एनटीपीसी का ग्रीन हाइड्रोजन स्पेस पर एक प्रमुख फोकस है, क्योंकि यह अपनी सहायक एनटीपीसी ग्रीन के माध्यम से नई एनर्जी ईको सिस्टम में विविधता लाने की कोशिश करता है। यह 2030 तक ग्रीन एनर्जी में ₹5 ट्रिलियन निवेश करने की योजना बना रहा है, जिसमें हरित हाइड्रोजन भी शामिल है।

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