दिवालिया कंपनी को मिल गया खरीदार, अडानी और अंबानी ने भी दिखाई थी दिलचस्पी, शेयर पर टूटे निवेशक
- सारदा एनर्जी एंड माइनिंग (एसईएमएल) छत्तीसगढ़ के SKS पावर जनरेशन का अधिग्रहण करेगी। दरअसल, राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) ने सारदा एनर्जी की 2000 करोड़ रुपये की समाधान योजना को मंजूरी दी है।
सारदा एनर्जी एंड माइनिंग (एसईएमएल) छत्तीसगढ़ के SKS पावर जनरेशन का अधिग्रहण करेगी। दरअसल, राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) ने सारदा एनर्जी की 2000 करोड़ रुपये की समाधान योजना को मंजूरी दी है। एनसीएलटी ने दिवाला और दिवालियापन संहिता (आईबीसी), 2016 के कॉर्पोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया के तहत यह मंजूरी दी है। बता दें कि SKS पावर जनरेशन को खरीदने में गौतम अडानी और मुकेश अंबानी के रिलायंस जैसे समूहों ने भी दिलचस्पी दिखाई थी।
उठाई गई थी आपत्ति
न्यायमूर्ति अनु जगमोहन सिंह और किशोर वेमुलापल्ली की पीठ ने योजना के खिलाफ उठाई गई आपत्तियों को खारिज करते हुए सारदा एनर्जी एंड माइनिंग के पक्ष में फैसला सुनाया। हालांकि, इस निर्णय तक पहुंचने की प्रक्रिया जटिल रही है। अक्टूबर 2023 में आपत्तियां उठाए जाने के बाद एनसीएलटी ने सारदा एनर्जी एंड माइनिंग की समाधान योजना को पुनर्विचार के लिए SKS पावर जेनरेशन के ऋणदाताओं को भेज दिया।
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हालांकि, समाधान योजना को झटका लगा और बाद में इसे राष्ट्रीय कंपनी कानून अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) के समक्ष चुनौती दी गई। मई 2024 में अपीलीय न्यायाधिकरण ने एनसीएलटी के पहले के फैसले को पलट दिया। इससे सारदा एनर्जी को अंतिम मंजूरी लेने की अनुमति मिली और ऋणदाताओं को समाधान योजना पर फिर से विचार करने का निर्देश दिया गया।
बता दें कि SKS पावर की दिवाला कार्यवाही अप्रैल 2022 में शुरू हुई। यह प्रक्रिया तब शुरू हुई जब भारतीय स्टेट बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा सहित कई लेंडर्स ने कुल 1,890 करोड़ रुपये के दावों के साथ एनसीएलटी का दरवाजा खटखटाया। गौतम अडानी समूह और मुकेश अंबानी के रिलायंस इंडस्ट्रीज सहित कई प्रमुख समूहों ने शुरू में एसकेएस पावर में रुचि व्यक्त की थी, लेकिन संशोधित बोलियां प्रस्तुत नहीं कीं। इसके अन्य बोलीदाताओं में एनटीपीसी, जिंदल पावर, टोरेंट पावर और सिंगापुर स्थित वैंटेज प्वाइंट एसेट मैनेजमेंट शामिल हैं।
सारदा एनर्जी के बारे में
साल 1973 में वजूद में आई सारदा एनर्जी एंड मिनरल्स (Sarda Energy & Minerals Ltd) सारदा समूह की प्रमुख इकाई है। इस कंपनी का मुख्यालय छत्तीसगढ़ में है। कंपनी को भारत में सबसे कम लागत वाले स्टील उत्पादकों में से एक और फेरोअलॉय के सबसे बड़े निर्माताओं और निर्यातकों में से एक माना जाता है। बता दें कि यह कंपनी शेयर बाजार में लिस्टेड है। मंगलवार को सारदा एनर्जी एंड मिनरल्स के शेयर पर निवेशक टूट पड़े और शेयर 299.60 रुपये पर बंद हुआ। एक दिन पहले के मुकाबले 7.89% की बढ़ोतरी को दिखाता है।
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