खुलते ही पूरा भर गया यह IPO, दांव लगाने की होड़, ₹145 प्रीमियम पर GMP
संक्षेप: रिटेल हिस्सा 1.02 गुना सब्सक्राइब हुआ और एनआईआई भाग 1.93 गुना बुक हुआ। क्यूआईबी भाग को 48% बोलियां मिलीं। कर्मचारी भाग 1.79 गुना सब्सक्राइब हुआ। बीएसई के आंकड़ों के अनुसार, कंपनी को 31,17,460 शेयरों की पेशकश के मुकाबले 33,10,902 शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं।

Midwest IPO Day 1: तेलंगाना स्थित कंपनी मिडवेस्ट का आईपीओ सब्सक्रिप्शन, आज 15 अक्टूबर से शुरू होकर 17 अक्टूबर को समाप्त होगा। मिडवेस्ट आईपीओ का प्राइस बैंड ₹1,014 से ₹1,065 प्रति शेयर के बीच निर्धारित किया गया है, जिससे इसकी कुल राशि ₹451 करोड़ हो जाएगी। मिडवेस्ट आईपीओ सब्सक्रिप्शन स्थिति पहले दिन 1.06 गुना थी। रिटेल हिस्सा 1.02 गुना सब्सक्राइब हुआ और एनआईआई भाग 1.93 गुना बुक हुआ। योग्य संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) भाग को 48% बोलियां मिलीं। कर्मचारी भाग 1.79 गुना सब्सक्राइब हुआ। बता दें कि बीएसई के आंकड़ों के अनुसार, कंपनी को दोपहर14:18 बजे तक 31,17,460 शेयरों की पेशकश के मुकाबले 33,10,902 शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं।
कितना है जीएमपी
मिडवेस्ट आईपीओ का आज का जीएमपी ₹145 है। इन्वेस्टरगेन डॉट कॉम के अनुसार, यह दर्शाता है कि बुधवार को ग्रे मार्केट में मिडवेस्ट लाइफ का शेयर मूल्य ₹145 के प्रीमियम पर कारोबार कर रहा है। ब्लैक गैलेक्सी और एब्सोल्यूट ब्लैक ग्रेनाइट के भारत के अग्रणी निर्माता के रूप में पहचाने जाने वाले क्वार्ट्ज प्रोसेसर मिडवेस्ट ने 14 अक्टूबर को अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम से पहले एंकर निवेशकों से ₹135 करोड़ जुटाए।
इन निवेशकों ने लिया हिस्सा
एंकर निवेश में भाग लेने वाली दिग्गज संस्थाओं में गोल्डमैन सैक्स फंड्स - विशेष रूप से गोल्डमैन सैक्स इंडिया इक्विटी पोर्टफोलियो और एडलवाइस लाइफ इंश्योरेंस कंपनी शामिल हैं। मिडवेस्ट आईपीओ ने सार्वजनिक पेशकश में 50% शेयर योग्य संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) के लिए, 15% गैर-संस्थागत निवेशकों (एनआईआई) के लिए और कम से कम 35% शेयर खुदरा निवेशकों के लिए आवंटित किए हैं। इसके अतिरिक्त, कर्मचारियों के लिए कुल 1 करोड़ तक के शेयर आरक्षित हैं।
कंपनी का कारोबार
कंपनी प्राकृतिक पत्थरों की खोज, खनन, प्रसंस्करण, विपणन, वितरण और निर्यात पर ध्यान केंद्रित करती है, और स्थायी तरीकों को प्राथमिकता देती है। मिडवेस्ट एब्सोल्यूट ब्लैक ग्रेनाइट के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है, जो अपनी उत्कृष्ट सतह गुणवत्ता के लिए जाना जाता है और दोनों की ही उच्च मांग है। वित्त वर्ष 2024 में भारत के कुल ब्लैक ग्रेनाइट उत्पादन में एब्सोल्यूट ब्लैक ग्रेनाइट का योगदान 10.8% रहा।





