52 हफ्ते के हाई पर मारुति के शेयर, अभी ₹1600 से ज्यादा बढ़ सकता है भाव
संक्षेप: मारुति सुजुकी इंडिया के शेयरों ने मंगलवार को 52 हफ्ते का बेस्ट परफॉर्मेंस देखा है। इस शेयर की कीमत को लेकर ब्रोकरेज ने जो टारगेट प्राइस तय किया है उसके मुताबिक भाव में 1600 रुपये से ज्यादा की तेजी आ सकती है।
Maruti suzuki share price: देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया के शेयरों ने मंगलवार को 52 हफ्ते का बेस्ट परफॉर्मेंस देखा है। इस शेयर की कीमत को लेकर ब्रोकरेज ने जो टारगेट प्राइस तय किया है उसके मुताबिक भाव में 1600 रुपये से ज्यादा की तेजी आ सकती है।

शेयर का परफॉर्मेंस
मारुति सुजुकी इंडिया के शेयर ने इंट्रा-डे कारोबार में लगभग 1% की बढ़त दर्ज की गई और ₹15380 के नए शिखर पर पहुंच गया। इसके साथ ही, मारुति सुजुकी के शेयर में 2025 में अब तक 41% की बढ़ोतरी हो चुकी है, जो 2017 के बाद से इसकी सबसे बड़ी वार्षिक बढ़त है। इस तेजी ने कंपनी के बाजार पूंजीकरण को ₹5 लाख करोड़ के करीब पहुंचा दिया। बीएसई के आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में 12 कंपनियां हैं जिनका बाजार पूंजीकरण ₹5 लाख करोड़ से अधिक है।
शेयर में तेजी के कारण
सरकार द्वारा ऑटोमोबाइल पर जीएसटी दरों में कटौती की घोषणा के बाद, दलाल स्ट्रीट पर मारुति सुजुकी के शेयरों में उछाल आया। इससे यात्री वाहनों की मांग में सुधार की उम्मीदें बढ़ गई हैं, खासकर छोटी कार सेगमेंट में डिमांड बढ़ने की उम्मीद है। ब्रोकरेज भी मानते हैं कि मारुति को जीएसटी कटौती का सबसे बड़ा फायदा होगा।
शेयर का टारगेट प्राइस
विश्लेषकों का अनुमान है कि मारुति का शेयर ₹17000 तक पहुंच जाएगा। वैश्विक ब्रोकरेज फर्म बैंक ऑफ अमेरिका सिक्योरिटीज (BofA) ने अपने नोट में मारुति सुजुकी के शेयर मूल्य लक्ष्य को ₹14,000 से बढ़ाकर ₹17,000 प्रति शेयर कर दिया है, जबकि शेयर पर 'खरीदें' रेटिंग बरकरार रखी है। ICICI सिक्योरिटीज ने भी 'खरीदें' रेटिंग के साथ अपने टारगेट को बढ़ाकर ₹17,000 प्रति शेयर कर दिया है।
अगस्त में गिरा प्रोडक्शन
ब्रोकरेज के मुताबिक मारुति के शेयर में तेजी का अनुमान इसलिए भी अहम है क्योंकि कंपनी का उत्पादन अगस्त में सालाना आधार पर छह प्रतिशत घटा है। कंपनी ने पिछले महीने देश में 1,58,202 इकाइयों का उत्पादन किया, जबकि अगस्त, 2024 में यह आंकड़ा 1,68,953 इकाई था। बलेनो, सेलेरियो, डिजायर और स्विफ्ट जैसे कॉम्पैक्ट मॉडल का उत्पादन अगस्त में बढ़कर 75,923 इकाई हो गया। यह आंकड़ा एक साल पहले इसी महीने में 73,148 इकाई था। पिछले महीने सियाज का कोई उत्पादन नहीं हुआ, जबकि पिछले साल अगस्त में इसकी 1,651 इकाई बनी थीं। ब्रेजा, अर्टिगा और फ्रोंक्स जैसे यूटिलिटी वाहनों का विनिर्माण सालाना आधार पर 15 प्रतिशत घटकर 58,587 इकाई रह गया।





