6% क्रैश हुआ इस बैंक का शेयर, बाजार की तूफानी तेजी में भी बेचने की होड़
- Indusind bank share: बैंक शेयर की क्लोजिंग 4.88% गिरकर 787.65 रुपये पर हुई। निवेशकों में शेयर बेचने की होड़ बैंक से जुड़ी एक खबर की वजह से आई।
Indusind bank share: शेयर बाजार में मंगलवार को भी तेजी का माहौल था लेकिन इस दौरान इंडसइंड बैंक के शेयर बुरी तरह क्रैश हो गए। सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन यानी 22 अप्रैल को शेयर 6 प्रतिशत तक गिरकर 776 रुपये प्रति शेयर पर आ गए। शेयर की क्लोजिंग 4.88% गिरकर 787.65 रुपये पर हुई। निवेशकों में शेयर बेचने की होड़ बैंक से जुड़ी एक खबर की वजह से आई। हालांकि, बाद में बैंक ने इस खबर को खारिज कर दिया।
क्या है खबर
मीडिया में खबर है कि इंडसइंड बैंक के बोर्ड ने अर्न्स्ट एंड यंग (ईवाई) को दूसरा फोरेंसिक ऑडिट करने के लिए बुलाया है। यह नई जांच बैंक के माइक्रोफाइनेंस पोर्टफोलियो से अर्जित ब्याज आय से संबंधित 600 करोड़ रुपये की विसंगति पर केंद्रित होगी। ईवाई ऑडिट ग्रांट थॉर्नटन भारत (जीटीबी) द्वारा चल रही जांच के समानांतर शुरू किया जा रहा है, जो इंडसइंड बैंक द्वारा अपने विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव पोर्टफोलियो के लिए ऑडिटिंग में अनियमितताओं की जांच कर रहा है। ईवाई की जांच में परिचालन चूक की जांच, धोखाधड़ी के किसी भी मामले की पहचान करना और विसंगतियों के लिए जिम्मेदारी स्थापित करना शामिल होगा।
बैंक ने दी सफाई
इस बीच, बीएसई ने मीडिया की खबरों को लेकर बैंक से जवाब मांगा था। इसके बाद बैंक ने स्पष्टीकरण जारी किया कि बैंक ने फोरेंसिक ऑडिट के लिए ईवाई को शामिल नहीं किया है। इंडसइंड बैंक ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि अकाउंट्स को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया के एक हिस्से के रूप में बैंक का इंटरनल ऑडिट डिपार्टमेंट (IAD) बैंक के एमएफआई व्यवसाय की समीक्षा कर रहा है ताकि कुछ चिंताओं की जांच की जा सके, जो बैंक के ध्यान में लाई गई हैं।
PwC को किया नियुक्त
इंडसइंड बैंक ने भी अपने फॉरेक्स डेरिवेटिव अकाउंटिंग की स्वतंत्र समीक्षा करने के लिए PwC को नियुक्त किया था। उस रिपोर्ट में संभावित घाटे का अनुमान 1,979 करोड़ रुपये लगाया गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि PwC के निष्कर्षों के साथ पर्याप्त अस्वीकरण भी थे। अनुमानित घाटा रिपोर्ट की तिथि तक बैंक की कुल संपत्ति का 3.1 प्रतिशत है।
मैनेजमेंट पर फैसला
इंडसइंड बैंक ने अपनी चौथी तिमाही की आय से पहले संतोष कुमार को उप मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) की भूमिका में पदोन्नत किया है। कुमार अंतरिम सीएफओ अरुण खुराना का स्थान लेंगे, जिन्होंने जनवरी में यह पद संभाला था।