Hindi Newsबिज़नेस न्यूज़India core sector output grows in october led by coal production forex reserves data is here

इकोनॉमी के मोर्चे पर झटका, कोर सेक्टर से विदेशी मुद्रा तक के आंकड़ों ने किया निराश

  • चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में देश की आर्थिक वृद्धि दर लगभग दो साल के निचले स्तर 5.4 प्रतिशत पर आ गई। हालांकि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है।

Deepak Kumar लाइव हिन्दुस्तानFri, 29 Nov 2024 07:13 PM
share Share

इकोनॉमी के मोर्चे पर बड़ा झटका लगा है। कोर सेक्टर से लेकर विदेशी मुद्रा भंडार तक के आंकड़ों ने निराश किया है। आठ कोर सेक्टर का उत्पादन अक्टूबर 2024 में घटकर 3.1 प्रतिशत रहा। वहीं, देश का विदेशी मुद्रा भंडार 1.31 अरब डॉलर घटकर 656.58 अरब डॉलर रहा।

कोर सेक्टर में सुस्ती

आठ कोर सेक्टर का उत्पादन अक्टूबर 2024 में घटकर 3.1 प्रतिशत रहा। पिछले साल के इसी महीने में यह 12.7 प्रतिशत था। अक्टूबर 2024 की वृद्धि दर हालांकि इससे पिछले महीने सिंतबर 2024 में दर्ज 2.4 प्रतिशत के मुकाबले अधिक है। अक्टूबर में कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के उत्पादन में कमी आई है। कोयला, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली के उत्पादन में वृद्धि क्रमशः 7.8 प्रतिशत, 0.4 प्रतिशत, 4.2 प्रतिशत और 0.6 प्रतिशत रही। पिछले साल अक्टूबर में यह आंकड़ा क्रमश: 18.4 प्रतिशत, 5.3 प्रतिशत, 16.9 प्रतिशत और 20.4 प्रतिशत था। इस महीने में रिफाइनरी उत्पादों का उत्पादन बढ़कर 5.2 प्रतिशत हो गया।

विदेशी मुद्रा भंडार का हाल

22 नवंबर को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 1.31 अरब डॉलर घटकर 656.58 अरब डॉलर रहा। इससे पहले 15 नवंबर को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 17.76 अरब डॉलर की रिकॉर्ड गिरावट के साथ 657.89 अरब डॉलर रहा था।

सितंबर के अंत में विदेशी मुद्रा भंडार 704.88 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया था। उसके बाद से इसमें पिछले कई हफ्ते से गिरावट आ रही है। इस सप्ताह में स्वर्ण भंडार का मूल्य 1.83 अरब डॉलर बढ़कर 67.57 अरब डॉलर हो गया।

जीडीपी ग्रोथ 2 साल के निचले स्तर पर

चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में देश की आर्थिक वृद्धि दर लगभग दो साल के निचले स्तर 5.4 प्रतिशत पर आ गई। हालांकि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है। एक साल पहले की समान अवधि में देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 8.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी। आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2024-25 की जुलाई-सितंबर तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था धीमी होकर 5.4 प्रतिशत की दर से बढ़ी। जीडीपी ग्रोथ का पिछला निम्न स्तर वित्त वर्ष 2022-23 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 4.3 प्रतिशत रहा था।

 बजट 2024 जानेंHindi News  ,  Business News की लेटेस्ट खबरें, इनकम टैक्स स्लैब Share Market के लेटेस्ट अपडेट्स Investment Tips के बारे में सबकुछ।

अगला लेखऐप पर पढ़ें