
सरकार बेच रही इन 5 बैंकों में हिस्सेदारी, पहले चरण में दो बैंकों से शुरुआत, लिस्ट में हैं ये बैंक
संक्षेप: इससे न केवल इन बैंकों की मार्केट वैल्यू और तरलता में सुधार होगा, बल्कि सरकार को डिवेस्टमेंट लक्ष्य पूरा करने में भी मदद मिलेगी। सूत्रों ने बताया कि पहले चरण में दो बैंकों के शेयर बाजार में उतारे जा सकते हैं, हालांकि किन बैंकों से शुरुआत होगी, इसका निर्णय अभी तक अंतिम नहीं हुआ है।
केंद्र सरकार इस वित्त वर्ष में चुनिंदा पब्लिक सेक्टर बैंकों (PSU Banks) में अपनी अल्पांश हिस्सेदारी बेचने की योजना पर काम कर रही है। सूत्रों के अनुसार, यह बिक्री ऑफर-फॉर-सेल (OFS) रूट के जरिए होगी और पहले चरण में दो बैंकों से शुरुआत की जाएगी।

क्या है डिटेल
NDTV प्रॉफिट के मुताबिक, सरकार जिन बैंकों में हिस्सेदारी घटाने की योजना बना रही है, उनमें बैंक ऑफ महाराष्ट्र, इंडियन ओवरसीज बैंक, यूको बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और पंजाब एंड सिंध बैंक शामिल हैं। कुल मिलाकर लगभग 20% इक्विटी चरणबद्ध तरीके से बेची जाएगी। इसके बाद सरकार की हिस्सेदारी 75% से नीचे लाई जाएगी ताकि SEBI के 25% न्यूनतम पब्लिक फ्लोट के नियम का पालन किया जा सके। खबर है कि मर्चेंट बैंकरों और सलाहकारों को इस प्रक्रिया पर काम करने की जिम्मेदारी अगस्त 2025 से ही दी गई है। सरकार को उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष (2025–26) में इस दिशा में “महत्वपूर्ण प्रगति” देखने को मिलेगी।
क्या है नियम
इस हिस्सेदारी बिक्री के बाद, केंद्र सरकार की होल्डिंग 75% से नीचे लाई जाएगी, ताकि सेबी के 25% न्यूनतम पब्लिक फ्लोट के मानदंडों का पालन हो सके। बता दें कि सरकार का यह कदम PSU बैंकों में पब्लिक शेयरहोल्डिंग बढ़ाने और बाजार अनुशासन को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक अहम पहल माना जा रहा है। इससे न केवल इन बैंकों की मार्केट वैल्यू और तरलता में सुधार होगा, बल्कि सरकार को डिवेस्टमेंट लक्ष्य पूरा करने में भी मदद मिलेगी। सूत्रों ने बताया कि पहले चरण में दो बैंकों के शेयर बाजार में उतारे जा सकते हैं, हालांकि किन बैंकों से शुरुआत होगी, इसका निर्णय अभी तक अंतिम नहीं हुआ है।





