₹65 से नीचे ट्रेड कर रहा अडानी का यह शेयर, GST बदलाव का कारोबार को होगा फायदा?
संक्षेप: बीएसई पर सांघी इंडस्ट्रीज के शेयर की कीमत 64.46 रुपये थी। एक दिन पहले के मुकाबले यह शेयर 0.20% की मामूली बढ़ोतरी के साथ बंद हुआ। ट्रेडिंग के दौरान शेयर 64.80 रुपये के स्तर तक पहुंचा था। यह शेयर मार्च 2025 में 50.10 रुपये पर था। यह शेयर के 52 हफ्ते का लो है।
Sanghi Industries share: गौतम अडानी समूह की कई कंपनियां शेयर बाजार में लिस्टेड हैं। इनमें सीमेंट कंपनियां भी शामिल हैं। अडानी समूह की सीमेंट कंपनियों में अंबुजा, एसीसी और सांघी इंडस्ट्रीज शामिल हैं। अडानी समूह की सांघी इंडस्ट्रीज एक ऐसी कंपनी है जिसके शेयर की कीमत 65 रुपये से भी कम है। बीते 22 सितंबर को जीएसटी कटौती लागू होने के बाद अब सीमेंट इंडस्ट्री में बड़े बदलाव होने की उम्मीद है। आइए इस शेयर के परफॉर्मेंस के बारे में विस्तार से जान लेते हैं।
सांघी इंडस्ट्रीज के शेयर की कीमत
सप्ताह के तीसरे दिन बीएसई पर सांघी इंडस्ट्रीज के शेयर की कीमत 64.46 रुपये थी। एक दिन पहले के मुकाबले यह शेयर 0.20% की मामूली बढ़ोतरी के साथ बंद हुआ। ट्रेडिंग के दौरान शेयर 64.80 रुपये के स्तर तक पहुंचा था। यह शेयर मार्च 2025 में 50.10 रुपये पर था। यह शेयर के 52 हफ्ते का लो है। वहीं, शेयर के 52 हफ्ते का हाई 90.52 रुपये था। शेयर का यह भाव नवंबर 2024 में था। शेयरधारिता की बात करें तो, सांघी में प्रमोटर्स का हिस्सा लगभग 75 प्रतिशत है, जबकि बाकी का 25 प्रतिशत पब्लिक शेयरहोल्डर्स में बांटा गया है। इस हिस्सेदारी में अंबुजा सीमेंट्स की हिस्सेदारी भी प्रमुख है । अंबुजा सीमेंट्स के पास लगभग 15,00,45,102 शेयर, जो कुल हिस्सेदारी का 58.08 प्रतिशत बनाते हैं।
सीमेंट पर जीएसटी दर में कटौती का मिलेगा फायदा?
सीमेंट पर जीएसटी दर में कटौती से न केवल घरेलू विनिर्माताओं को मदद मिलेगी बल्कि इससे इंफ्राके विकास की गति भी तेज होगी और देश में औद्योगिक विस्तार को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। बीते दिनों अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी का स्वामित्व रखने वाली अडानी सीमेंट ने कहा कि सीमेंट पर कर में कमी से देश की बुनियादी संरचना में तेजी आएगी, औद्योगिक विस्तार को बढ़ावा मिलेगा और देश को बहु-खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में मजबूती मिलेगी।
अडानी सीमेंट के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विनोद बहेटी ने कहा कि यह सुधार करों को तर्कसंगत बनाने से कहीं अधिक है। यह आत्मविश्वास, गति एवं उद्देश्य का संकेत है जो यह सुनिश्चित करता है कि देश की वृद्धि का अगला युग अधिक मजबूत, ‘स्मार्ट’ एवं टिकाऊ नीवं पर खड़ा हो।





