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केंद्रीय कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर, CGHS को लेकर सरकार का नया ऐलान

केंद्रीय कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर, CGHS को लेकर सरकार का नया ऐलान

संक्षेप: बता दें कि पिछले 12 महीनों में CGHS में कई सुधार किए गए हैं। सरकार ने पोर्टल और मोबाइल ऐप को और बेहतर बनाया है, कैशलैस इलाज की सुविधा अधिक अस्पतालों तक बढ़ाई है, नए प्राइवेट अस्पताल और डायग्नोस्टिक सेंटर पैनल में जोड़े गए हैं, ऑनलाइन रेफरल सिस्टम को सरल किया गया है। 

Mon, 22 Sep 2025 09:55 PMVarsha Pathak लाइव हिन्दुस्तान
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7th Pay Commission: केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं को अधिक समावेशी बनाने की दिशा में एक अहम कदम उठाया है। केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoH&FW) के माध्यम से केंद्रीय स्वास्थ्य सेवा योजना (CGHS) और केंद्रीय सेवा (चिकित्सा उपस्थिति) नियम, 1944 के तहत ट्रांसजेंडर आश्रितों को चिकित्सा लाभ देने का निर्णय लिया है। अब केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के ट्रांसजेंडर बच्चे और भाई-बहन आयु की किसी भी सीमा से परे इन सुविधाओं का लाभ ले सकेंगे। यह कदम समावेशिता और सामाजिक न्याय की दिशा में एक बड़ा प्रयास माना जा रहा है।

क्या है न सर्कुलर

हाल ही में जारी एक कार्यालय ज्ञापन के अनुसार, अब केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के आश्रित ट्रांसजेंडर बच्चे और भाई-बहन, आयु की किसी भी सीमा से परे चिकित्सा लाभ प्राप्त कर सकेंगे। इसका मतलब है कि इन आश्रितों के लिए अब उम्र कोई बाधा नहीं होगी और वे पूर्ण चिकित्सा सुविधाओं के हकदार होंगे। बता दें कि सरकार का यह कदम ट्रांसजेंडर समुदाय के प्रति समानता, सामाजिक न्याय और समावेशिता सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है। इससे केंद्रीय कर्मचारियों के परिवारों में ट्रांसजेंडर आश्रितों को भी स्वास्थ्य सुरक्षा की गारंटी मिलेगी। यह निर्णय ट्रांसजेंडर पर्सन्स (अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम, 2019 के प्रावधानों के अनुरूप है। सरकार के आदेश, दिनांक 16 सितंबर 2025 के अनुसार, स्पष्ट किया गया है कि ट्रांसजेंडर बच्चे या भाई-बहन तभी इन सुविधाओं के पात्र होंगे जब वे पूरी तरह से आर्थिक रूप से आश्रित हों। इसकी परिभाषा और आय सीमा पहले से ही स्वास्थ्य मंत्रालय की वर्ष 2016 की अधिसूचना में निर्धारित की गई है। साथ ही, लाभार्थियों के पास जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी किया गया ऐसा प्रमाणपत्र होना आवश्यक है, जो ट्रांसजेंडर पर्सन्स (अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम, 2019 के तहत मान्य हो।

CGHS में किए गए हैं कई सुधार

बता दें कि पिछले 12 महीनों में CGHS में कई सुधार किए गए हैं। सरकार ने पोर्टल और मोबाइल ऐप को और बेहतर बनाया है, कैशलैस इलाज की सुविधा अधिक अस्पतालों तक बढ़ाई है, नए प्राइवेट अस्पताल और डायग्नोस्टिक सेंटर पैनल में जोड़े गए हैं, ऑनलाइन रेफरल सिस्टम को सरल किया गया है, दवाओं की उपलब्धता पर ध्यान दिया गया है और वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष हेल्पडेस्क खोले गए हैं। इन पहलों से लाखों लाभार्थियों को प्रत्यक्ष लाभ मिला है।

Varsha Pathak

लेखक के बारे में

Varsha Pathak
वर्षा पाठक बतौर डिप्टी चीफ कंटेंट प्रोड्यूसर करीब 2 साल से हिन्दुस्तान डिजिटल से जुड़ी हुई हैं। मूल रूप से मधुबनी (बिहार) की रहने वाली वर्षा लाइव हिन्दुस्तान में बिजनेस सेक्शन के लिए खबरें लिखती हैं। उन्हें बिजनेस सेक्शन के अलग-अलग जॉनर की खबरों की समझ है। इसमें स्टॉक मार्केट, पर्सनल फाइनेंस, यूटिलिटी आदि शामिल हैं। करीब 7 साल से मीडिया इंडस्ट्री में सक्रिय वर्षा ने यहां से पहले दैनिक भास्कर और नेटवर्क 18 में बतौर कंटेंट राइटर काम किया है। उन्हें रिपोर्टिंग का भी अनुभव है। करियर की छोटी अवधि में ही वर्षा के काम की ना सिर्फ सराहना हुई है बल्कि सम्मानित भी किया गया है। वर्षा ने जामिया मिलिया इस्लामिया से पत्रकारिता में डिप्लोमा की डिग्री ली। और पढ़ें
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