1-2 नहीं बल्कि खुलेंगे 13 कंपनियों के IPO, अगले सप्ताह से मौके ही मौके, पैसों का कर लें इंतजाम
- Upcoming IPOs: आईपीओ बाजार में अगले सप्ताह गहमागहमी देखने को मिलेगी। बजाज हाउसिंग फाइनेंस समेत चार कंपनियां आईपीओ लेकर ला रही हैं। इसके जरिए कंपनियों की कुल 8,390 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है।
Upcoming IPOs: आईपीओ बाजार में अगले सप्ताह गहमागहमी देखने को मिलेगी। बजाज हाउसिंग फाइनेंस समेत चार कंपनियां आईपीओ लेकर ला रही हैं। इसके जरिए कंपनियों की कुल 8,390 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है। इन 4 मुख्य आईपीओ के अलावा, 9 एसएमई अगले सप्ताह अपना पहला इश्यू लाने की तैयारी में जुटे हैं। इन लघु एवं मझोले उद्यमों (एसएमई) का कुल 254 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य है। कुल मिलाकर इन 13 कंपनियों की आईपीओ के जरिए 8,644 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है
क्या है डिटेल
एक्विरस के प्रबंध निदेशक मुनीष अग्रवाल ने कहा कि आईपीओ बाजार में गतिविधियों के मामले में अगले दो सप्ताह गहमागहमी देखने को मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि इससे लगता है कि बाजार में काफी तेजी है, हमारा मानना है कि आईपीओ लाने वाली कंपनियां स्थिति का लाभ उठाना चाहती हैं, जिनके पास सेबी की वैध टिप्पणियां और निवेशकों के मोर्चे पर अच्छा आकर्षण भी है। वे आईपीओ लाने के लिए वित्त वर्ष 2023-24 के वित्तीय आंकड़ों का उपयोग करने का प्रयास कर रही हैं।’’ उन्होंने कहा कि सेबी के नियमों के अनुसार आईपीओ के समय आरएचपी में वित्तीय आंकड़े छह महीने से कम पुराना होना चाहिए। इसीलिए, सितंबर आखिरी महीना है जब कंपनियां आईपीओ लाने के लिए अपने वित्त वर्ष 2023-24 के वित्तीय आंकड़ों का उपयोग कर सकती हैं।
इन पर नजर
मुख्य शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने वाले चार आईपीओ में बजाज हाउसिंग फाइनेंस शामिल है। कंपनी लगभग 6,560 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनायी है। इसके अलावा, पीएन गाडगिल ज्वैलर्स 1,100 करोड़ रुपये, क्रॉस लि. 500 करोड़ रुपये और टॉलिन्स टायर्स के 230 करोड़ रुपये जुटाने की उम्मीद है। इनमें से, बजाज हाउसिंग फाइनेंस, क्रॉस लि. और टॉलिन्स टायर्स के आईपीओ आवेदन के लिए नौ सितंबर को खुलेंगे और 11 सितंबर को बंद होंगे जबकि पी एन गाडगिल ज्वैलर्स का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम 10 सितंबर को खुलेगा और 12 सितंबर को बंद होगा। इसके अलावा आर्केड डेवलपर्स 16 सितंबर को आईपीओ ला सकती है। जबकि वेस्टर्न कैरियर्स इंडिया भी जल्द ही अपना सार्वजनिक निर्गम लाएगी।
लाए गए हैं 50 से अधिक आईपीओ
इस साल अब तक 50 से अधिक मुख्य शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने के लिए आईपीओ लाए गए हैं। साथ ही वोडाफोन आइडिया अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) लायी। श्री तिरुपति बालाजी एग्रो ट्रेडिंग कंपनी का सार्वजनिक निर्गम अभी आवेदन के लिए खुला है और बाजार स्टाइल रिटेल और गाला प्रिसिजन इंजीनियरिंग के आईपीओ इस महीने की शुरुआत में बंद हुए। इससे पहले, ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, ऑनलाइन ई-कॉमर्स मंच फर्स्टक्राई की मूल कंपनी ब्रेनबीज सॉल्यूशंस लि. सहित 10 कंपनियों के आईपीओ अगस्त में आये थे। अग्रवाल ने कहा, ‘‘प्रमुख शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने वाले आईपीओ के माध्यम से जुटाई गई राशि अगस्त के अंत तक 80,000 करोड़ रुपये थी। हमारा मानना है कि इस वर्ष के अंत तक यह बढ़कर 1.25 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो जाएगी।’’
मुख्य शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने वाले आईपीओ के अलावा अगले सप्ताह आदित्य अल्ट्रा स्टील, शुभश्री बायोफ्यूल्स एनर्जी, शेयर समाधान, गजानंद इंटरनेशनल, एसपीपी पॉलिमर, ट्रैफिकसोल आईटीएस टेक्नोलॉजीज, एक्सीलेंट वायर्स एंड पैकेजिंग, इनोमेट एडवांस्ड मैटेरियल्स और एनविरोटेक सिस्टम्स जैसे लघु एवं मझोले उद्यम आईपीओ ला रहे हैं। इन कंपनियों की सार्वजनिक निर्गम के जरिये 12 से 45 करोड़ रुपये के बीच जुटाने की योजना है। आदित्य अल्ट्रा स्टील, शुभश्री बायोफ्यूल्स एनर्जी, शेयर समाधान और गजानंद इंटरनेशनल के आईपीओ नौ सितंबर को खुलेंगे। वहीं एसपीपी पॉलिमर और ट्रैफिकसोल आईटीएस टेक्नोलॉजीज के आईपीओ 10 सितंबर को आएंगे। 11 सितंबर को उत्कृष्ट तार और पैकेजिंग और इनोमेट उन्नत सामग्री और 13 सितंबर को एनवायरोटेक सिस्टम्स के आईपीओ आएंगे।
एक्सपर्ट की नजर
डेजर्व के सह-संस्थापक वैभव पोरवाल ने कहा कि एसएमई शेयरों में हाल में आई तेजी और कुछ कंपनियों में मजबूत सूचीबद्धता लाभ का मुख्य कारण... नकदी, बाजार में चूकने से होने वाले नुकसान की आशंका और खुदरा निवेशकों की मजबूत भागीदारी है। उन्होंने कहा, ‘‘त्वरित लाभ से चूकने (एफओएमओ प्रभाव) की आशंका ने एसएमई आईपीओ में निरंतर निवेश को प्रेरित किया है।’’
पोरवाल ने कहा, ‘‘हालांकि, यह प्रवृत्ति अल्पावधि में जारी रह सकती है, लेकिन बाजार में सुधार और नियामक हस्तक्षेप जैसे जोखिम बाजार में तेजी को कम कर सकते हैं। निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए और बुनियादी बातों पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि अगर धारणा में बदलाव होता है तो एसएमई शेयरों में तेजी से गिरावट आ सकती है।’’ जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि बिना किसी मजबूत वित्तीय स्थिति वाले एसएमई के आईपीओ को कई बार अधिक अभिदान मिल रहा है। इसका कारण खुदरा निवेशक हैं, जो ऐसे आईपीओ में पैसा लगा रहे हैं।
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