लोकसभा चुनाव 2019: भारत के लिए चुनावों में राज्यों की क्यों है अहम भूमिका
निर्वाचन आयोग की ओर से उम्मीदवारों को नोटिफिकेशन भेजकर नामंकन के लिए आमंत्रित करते ही लोकसभा चुनाव 2019 का पहले चरण का चुनाव आधिकारिक रूप से शुरू हो चुका है। चुनाव की खबरें कवर करने के लिए सबसे...
निर्वाचन आयोग की ओर से उम्मीदवारों को नोटिफिकेशन भेजकर नामंकन के लिए आमंत्रित करते ही लोकसभा चुनाव 2019 का पहले चरण का चुनाव आधिकारिक रूप से शुरू हो
चुका है। चुनाव की खबरें कवर करने के लिए सबसे अच्छा तरीका यह होगा उन चुनिंदा राज्यों पर नजर रखी जाए जिनमें अलग-अलग तरह के खिलाफ मैदान पर होंगे और इन राज्यों
का असर पूरे देश पर देखने को मिलेगा। इस राज्य का देश में कैसा असर होता असकी तस्वीर 23 मई को उस वक्त साफ हो जाएगी जब चुनाव परिणामों का ऐलान होगा।
इन इस रिजल्ट के लिए चुनाव प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो चुकी है। कौन कहां गठबंधन से जीतेगा या अकेले की परचम लहराएगा और वर्तमान में किस पार्टी का क्या असर है इस
बात को नीचे दिए ग्राफिक्स के जरिए समझा जा सकता है-
टॉप 5 पार्टियों का वोट शेयर और सीटें-
किसी राज्य में यदि किसी पार्टी का प्रदर्शन अच्छा होता है तो उसकी सीटों की संख्या भी बढ़ती है। जैसे 2014 में कांग्रेस को 44 सीटें मिलीं थीं और उसका वोट शेयर 19 फीसदी था। लेकिन एआईएडीएमके को 33 सीटें मिलीं थी लेकिन उसका कुल वोट शेयर 3.3 फीसदी था।