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तीज की आस्था को तनिष्क के खरे सोने के साथ बनाएं सौभाग्य का प्रतीक

सुहागिनों के प्रिय त्योहारों में गिना जाता है तीज का पर्व। उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल अथवा बिहार एवं झारखंड में हरतलिका तीज मनाने की परंपरा है‍‍. यह पर्व मूल्तया भादों मास में मनाया जाता है....

तीज की आस्था को तनिष्क के खरे सोने के साथ बनाएं सौभाग्य का प्रतीक
HT Brand StudioThu, 09 Sep 2021 06:32 PM

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सुहागिनों के प्रिय त्योहारों में गिना जाता है तीज का पर्व। उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल अथवा बिहार एवं झारखंड में हरतलिका तीज मनाने की परंपरा है‍‍. यह पर्व मूल्तया भादों मास में मनाया जाता है. यह व्रत करवाचौथ से भी कठिन माना जाता है क्योंकि इस तीज व्रत का पारण रात को चांद देखने के बाद नहीं बल्कि दूसरे दिन सूरज निकलने पर होता है। परंपरा और आस्था के इस व्रत के लिए सुहागिनें सूरज निकलने से पहले नहा धोकर दुल्हन की तरह 16 श्रृंगार करती हैं और गौरी-शंकर के साथ घर के बुज़ुर्गों से भी सदा सुहागिन रहने का आशीर्वाद लेती हैं। तीज के श्रृंगार में सिन्दूर, मेहंदी और आलता के साथ स्वर्ण आभूषण भी ख़ास स्थान रखते हैं। ये सदियों से चली आ रही उन प्रथाओं का हिस्सा हैं जिनको नई पीढ़ी ने पूरे दिल से अपनाया है। बिहार और झारखंड में दुल्हन का श्रृंगार सोने की नथ, ढोलना, मांग टीका, कंगन के बिना अधूरा रहता है। परंपरा, रस्मों और पसंद को ध्यान में रखते हुए तनिष्क ने इन आभूषणों की एक विस्तृत रेंज अपने शोरूम्स में रखी है। गोल्ड ज्वेलरी में तनिष्क के साथ टाटा जैसा विश्वसनीय नाम जुड़ा है जो ग्राहकों को शुद्धता, अच्छी डिजाइन एवं क्वालिटी का वादा देता है।

बिहार- झारखंड का रिवाज हैं श्रृंगार के ये गहने


बिहार व झारखंड में सुहागिन महिला के श्रृंगार का अहम हिस्सा होती है नथनी। कान तक जाने वाली चेन के साथ जो नथ आती है उसे नथनी कहते हैं। इसे महिलाएं तीज, विवाह जैसे खास मौकों पर जरूर पहनती हैं। तनिष्क की रेंज में आपको चौड़ी नथ, फूलों वाली नथनी, मोती वाली चेन जैसे कई खूबसूरत डिजाइन मिलेंगे जो किसी भी साड़ी या लहंगे के लुक में चार चांद लगा सकते हैं।

सुहगिन महिला के 16 श्रृंगार में माथे पर सजता है सौभाग्य कारक मांग टीका। प्योर गोल्ड डिज़ाइन से लेकर मीनाकारी, स्टोन वर्क वाला मांग टीका भी भारी डिमांड में रहता है। बिहार और झारखंड में ये हैंड मेड ज्वेलरी ग्लॉसी फिनिश में पसंद की जाती है और तनिष्क ने इसी पसंद के आधार पर कई सुन्दर डिज़ाइन पेश किये हैं। तीज के श्रृंगार में तनिष्क की चांद बाली को जरूर शामिल करें। चांद बाली की डिजाइन 3 हिस्सों से तैयार होती है। पतली जाली, आधी गेंद, अंबी शेप इस आभूषण के लोकप्रिय डिजाइन हैं। तनिष्क के हर शो रूम पर आपको चांद बाली के कई पारंपरिक और मॉडर्न डिजाइन मिलेंगे। बिहार और झारखंड में सोने के कंगन विवाहिताओं के श्रृंगार की शोभा को और बढ़ाते हैं। मैट फिनिश वाली चूड़ियां जिनके बीच में शाइन के लिए कटवर्क किया गया है, तनिष्क के लोकप्रिय बैंगल डिजाइन में से एक हैं। कंगन के हरेक डिजाइन को खासतौर पर बिहार और झारखंड की परंपरा को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। ग्राहक जो सोना खरीद रहे हैं वो तनिष्क की गोल्ड एक्सचेंज स्कीम का भी लाभ ले सकते हैं। किसी भी ज्वैलर से खरीदे गए पुराने सोने को ताजा भाव पर देकर आप नए डिजाइन के गहनों को घर ले जा सकते हैं। तो देर न करें। तनिष्क के नजदीकी स्टोर पर जाएं और अपनी पसंद के गहने सबसे पहले घर लेकर आएं। 

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