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क्विज़: पारम्परिक पठन-पाठन को बेहतर बनाने का एक सहायक साधन

स्कूल हमेशा से ही शिक्षा का एक ऐसा केंद्र रहा हैं जहाँ बच्चे नई बातें सीखने के साथ-साथ अपने कौशल व प्रतिभा को भी निखारते हैं। पर ऐसा नहीं है कि क्लासरूम से निकलने के बाद विद्यार्थियों की सीखने की...

क्विज़: पारम्परिक पठन-पाठन को बेहतर बनाने का एक सहायक साधन
Mind WarsFri, 30 Oct 2020 08:32 PM
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स्कूल हमेशा से ही शिक्षा का एक ऐसा केंद्र रहा हैं जहाँ बच्चे नई बातें सीखने के साथ-साथ अपने कौशल व प्रतिभा को भी निखारते हैं। पर ऐसा नहीं है कि क्लासरूम से निकलने के बाद विद्यार्थियों की सीखने की प्रक्रिया रुक जाती हो। लॉकडाउन के दौरान बच्चों ने न केवल डिजिटल कक्षाओं के प्रारूप के साथ सामंजस्य बैठाना सीखा है, बल्कि घर से बाहर जो समय वे पहले बिताया करते थे उसे उत्पादक बनाने का भी एक तरीका उन्हें मिल गया है। मोबाइल पर पज़ल, गेम व क्विज़ खेलना सबसे लोकप्रिय गतिविधियों में से एक बनकर उभरा है।    


क्विज़ के खेलनुमा, मज़ेदार प्रारूप से आकर्षित होकर आदित्य नौटियाल ने अपनी 8वीं कक्षा से ही प्रतियोगी क्विज़ में भाग लेना शुरू कर दिया था। अपने ज्ञान की कसौटी को परखने के लिए वे प्रतियोगिताओं व क्विज़ में भाग लेने लगे और इस प्रकार अपनी प्रतिस्पर्धी भावना को बनाए रखा। इस लॉकडाउन के दौरान माइंड वॉर्स ऑनलाइन क्विज़ की बदौलत उन्होंने अपने शौक को जारी रखा। संस्कृति स्कूल, नई दिल्ली में 10वीं के विद्यार्थी अदित्य कहते हैं, “सामान्य ज्ञान हमेशा से ही मेरे पसंदीदा विषयों में से एक रहा है। यह मुझे तरह तरह के विषयों के बारे में अधिक से अधिक जानने के लिए प्रेरित करता है। मैंने हर उस विषय की गहराई में जाने की आदत डाली जिसे मैं पढ़ रहा होता हूँ, जिससे मुझे अपने स्कूल के प्रोजेक्ट्स में मदद मिलती है।"

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बल्कि आदित्य का यह भी कहना है कि क्विज़ ने उनके ज्ञान में वृद्धि करने के साथ-साथ उनके मनोबल को भी बढ़ाया है। सामान्य ज्ञान अर्जित करके और उन तथ्यों को अपने प्रोजेक्ट्स में शामिल करके उसे अन्य विद्यार्थियों से आगे बढ़ने में मदद मिली। उनके अनुभव से इस तथ्य को बल मिलता है कि क्विज़ प्रतियोगिताएँ बच्चों को भीड़ से अलग दिखने का एक मौका देती हैं। इससे बच्चों में सबसे आगे रहने, उच्च रैंक लाने व उत्कृष्ट होने का भाव उत्पन्न होता है। इसमें कोई शक नहीं कि इन्हीं बातों से उनकी अकादमिक राह में भी उन्हें मदद मिलती है।

 
माइंड वॉर्स ओलंपियाड एक राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता है जो इन गुणों को सर्वोपरि रखती है। इसका प्रारूप ही ऐसा है जो बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ जीवन में भी उत्कृष्टता के ऊँचे से ऊँचे मुकाम हासिल करने के लिए प्रेरित करता है। ओलंपियाड में भाग लेने की इच्छा रखनेवालों को सामान्य ज्ञान के विषयों, स्कूली परीक्षाओं के सहायक पाठ्यक्रम, तथा समसामयिक ज्ञान के बारे में जानने को मिलता है जिसे माइंड वॉर्स की टीम द्वारा रोज़ अपडेट किया जाता है। इससे कक्षाओं में होनेवाले पठन-पाठन में मदद मिलती है जिससे बच्चे अधिक स्मार्ट होते हैं और बेहतर ढंग से सीखते हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि इस अतिरिक्त पढ़ाई से बच्चों पर बोझ न पड़े, हर कक्षा के अनुकूल विभिन्न विषयों को मिलाजुलाकर तैयार किया जाता है जो करीब 1000 भारतीय स्कूलों के प्रधानाचार्यों व शिक्षकों की संस्तुतियों को आधार बनाकर किए गए सर्वेक्षणों का परिणामों पर आधारित होता है। यही नहीं, बच्चे भी इस क्विज़ को बार-बार तब तक खेल सकते हैं जब तक कि वे अपने अंतिम स्कोर से संतुष्ट न हो जाएँ, और इससे उन्हें उत्कृष्टता हासिल करने की प्रेरणा मिलती है।  

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माइंड वॉर्स ओलंपियाड पूरे भारत के सभी शैक्षणिक बोर्ड के विद्यार्थियों के लिए खुला हुआ है और इसकी विशेषता यह है कि यह चौबीसों घंटे हर समय भारत के सबसे बड़े क्विज़ व नॉलेज प्लैटफ़ॉर्म पर आधारित एक विशेष सुविधा है। यह ओलंपियाड एक शानदार तरीका है जिससे विद्यार्थी अपने स्कूलों का प्रतिनिधित्व ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइज़ेज़ लिमिटेड द्वारा होस्ट किए जानेवाले ज़ी5 जैसे एक बड़े, राष्ट्रीय प्लैटफ़ॉर्म पर कर सकते हैं।   

ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइज़ेज़ लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट – श्री उमेश कुमार बंसल कहते हैं, “इस कार्यक्रम में ओलंपियाड में भाग लेनेवाले हर स्कूल के श्रेष्ठ प्रदर्शन करनेवालों को पहचान मिलेगी। हर प्रतिभागी को एक रिपोर्ट कार्ड दिया जाएगा जिसमें उनके कुल व विषयवार, राष्ट्रीय व राज्य-स्तरीय पर्सेंटाइल का उल्लेख किया जाएगा। इस प्रकार से प्रत्येक विद्यार्थी को अपने ज्ञान व कौशल को बेहतर बनाने का एक मौका मिलेगा जबकि टॉपर्स और उनके स्कूलों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी। स्कूलों को अपने बच्चों को कड़ी मेहनत करके माइंड वॉर्स जीके ओलंपियाड की तैयारी करने के लिए प्रेरित करना चाहिए ताकि वे राष्ट्र का गौरव बन सकें।“  

माइंड वॉर्स ओलंपियाड में भाग लेने के लिए www.mindwars.co.in पर लॉग ऑन करें।  

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