बिहार के 20 यशस्वी मुखियाओं को सम्मान
देश के नंबर-1 सीमेंट अल्ट्राटेक और ‘हिन्दुस्तान’ की अनूठी पहल - अपनी पंचायत में सर्वश्रेष्ठ विकास कार्य करने वाले मुखियाओं को बिहार का यशस्वी मुखिया चुना गया

बिहार के 20 यशस्वी मुखियाओं को सम्मान
पटना, कार्यालय संवाददाता। देश के नंबर-1 सीमेंट अल्ट्राटेक और आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान’ की पहल पर बिहार में पहली बार शुरू हुए ‘यशस्वी मुखिया’ कार्यक्रम के अंतिम चरण में प्रदेशभर से 20 यशस्वी मुखियाओं का चयन कर लिया गया है। 26 मई को पटना में आयोजित हुए शानदार कार्यक्रम में सभी को 'यशस्वी मुखिया' सम्मान से नवाजा गया। इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि वित्त, वाणिज्य क र और संसदीय कार्यमंत्री विजय कुमार चौधरी और विशिष्ट अतिथि जानी-मानी लोक गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी उपस्थित रहे। मंत्री विजय कुमार चौधरी ने सभी विजेताओं को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिह्न प्रदान किए। कार्यक्रम में अल्ट्राटेक सीमेंट के नेशनल मार्केटिंग हेड अजय डांग और अल्ट्राटेक सीमेंट के जोनल हेड श्रीकृष्णन राजामणि भी उपस्थित थे।
इस मौके पर विजय कुमार चौधरी ने कहा कि देशभर में बिहार की ग्राम पंचायतों को सबसे ज्यादा अधिकार मिले हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पंचायतों को जिस तरह बड़े अधिकार दिए हैं, वो पूरे देश में कहीं नहीं हैं। यह सिर्फ और सिर्फ बिहार में है। उन्होंने कहा कि मुखिया प्रशासन की रीढ़ होते हैं। राज्य के सबसे निचले स्तर का जो शासन है, ये लोग उससे जुड़े हुए हैं। समाज में मुखिया और पंचायत की जो अहमियत है, उसे सब कोई जानते हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने ही पंचायत की परिकल्पना कर देश की शासन-व्यवस्था की बुनियाद में इसे पिरो दिया है। संविधान से लेकर सब जगह पंचायती राज व्यवस्था को कारगर तरीके से क्रियान्वयन करने का संकल्प लिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि ऐसे काम होते रहे कि समाज में अच्छे अनुकरणीय कार्य करने वाले जो लोग हैं, उनकी पहचान हो। साथ ही उनकी पहचान निखरनी भी चाहिए। ‘हिन्दुस्तान’ और ‘अल्ट्राटेक सीमेंट’ने ऐसे ही मुखियाओं को निखारने का काम किया है। यह काफी सराहनीय कार्य है।
चार जोन में बांटकर मुखियाओं का हुआ चयन
राज्य स्तर पर 20 मुखियाओं को सम्मानित करने के पहले राज्य को चार जोन में बांट कर 20-20 का चयन किया गया था। पटना, गया, मुजफ्फरपुर और भागलपुर जोन में बेहतर कार्य करने वाले 20-20 मुखियाओं को चयनित कर उन्हें जोन स्तर पर 'सर्वश्रेष्ठ मुखिया सम्मान' से सम्मानित किया गया था। हर जोन के मुखियाओं के कार्य का आकलन करने के लिए ज्यूरी की टीम बनाई गई थी, जिसमें निर्माण और सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने वाले नामचीन लोग तथा तकनीकी जानकार शामिल थे। चारों जोन में चनियत 80 मुखिया में से राज्य स्तर पर सम्मानित करने के लिए 20 का चयन किया गया। इसके लिए राज्यस्तर पर बनी डॉ. विनोदानंद झा, शाहिना परवीन, शंभु कुमार राय, सुरेश कुमार शर्मा और माधव भारद्वाज की पांच सदस्यीय निर्णायक मंडली ने 20 सर्वश्रेष्ठ मुखिया का चयन किया।
ज्यूरी सदस्य बोले- सभी प्रतिभागियों के कार्य शानदार, 20 का चयन करना मुश्किल रहा
यशस्वी मुखिया के अंतर्गत राज्य स्तर पर चुने गये 80 मुखियाओं में से 20 का चयन बहुत मुश्किल काम था। भले ही पुरस्कृत 20 हुए पर सभी 80 के कार्य शानदार हैं। मुखियाओं के चयन के लिए गठित ज्यूरी की टीम ने संयुक्त रूप से यह बात कही। ज्यूरी सदस्य शिक्षा विभाग के पूर्व शोध एवं प्रशिक्षण निदेशक विनोदानंद झा ने दिनकर की कविता याद करते हुए कहा कि विजेता वही होगा, जिसने न कभी आराम किया, विघ्नों में रह कर काम किया। अंतिम रूप से 20 मुखिया के चयन में निर्णायक सदस्यों के बीच भी असमंजस बना रहा कि किसे बेहतर मानें। उन्होंने मुखियों से आह्वान कि या कि वे गरीबों के आंसू पोछने और बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिए और मेहनत करें। ग्रामीण विकास विभाग के सेवानिवृत्त संयुक्त सचिव सुरेश कुमार शर्मा ने कहा कि अगर 20 की सीमा नहीं होती तो और भी मुखिया थे, जो इस पुरस्कार को प्राप्त करने के हकदार थे। लघु जल संसाधन के सेवानिवृत्त अधीक्षण अभियंता शंभू कुमार राय ने कहा कि अंतिम चयन में यह देखा गया कि किसने लीक से हटकर काम किया है। कुछ ने निजी संपत्ति दानकर विकास कार्य कराए हैं। एक मुखिया ने नौका विहार शुरू कर राजस्व प्राप्ति का साधन प्रदान किया। आर्किटेक्ट माधव भारद्वाज ने कहा कि टॉपरों में से सुपर टॉपर को चुनना था। ज्यूरी सदस्यों को काफी मेहनत करनी पड़ी। निर्णायक सदस्य और द हंगर प्रोजेक्ट की स्टेट को-आर्डिनेटर शाहिना परवीन भी कार्यक्रम में मौजूद रहीं।
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बिहार- यूपी दो बहनों की तरह: मालिनी अवस्थी
लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने कहा कि कार्यक्रम में आकर गौरवान्वित महसूस कर रही हूं। वे बिहार में अतिथि नहीं हैं। बिहार- यूपी दो बहनों की तरह हैं। यहां एक संस्कृति और एक जैसी बोली है। उन्होंने 'हिन्दुस्तान और अल्ट्राटेक सीमेंट को इस आयोजन के लिए बधाई दी।
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सहयोग कार्यक्रम से मुखिया को दी जाएगी तकनीकी मदद
अल्ट्राटेक सीमेंट के जोनल मार्केटिंग हेड श्रीकृष्णन राजामणि ने कहा कि हर एक गांव में सहयोग नाम का एक कार्यक्रम चलाया जाएगा। इसमें ग्राम पंचायत परियोजनाओं के लिए सेवाएं और सहायता में प्राथमिकता दी जाएगी। निर्माण संबंधी कार्यों में कौशल विकास और श्रेष्ठ परियोजनाएं सभी के साथ साझा की जाएंगी।
निर्माण से जुड़े सवालों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी
अल्ट्राटेक के संबंध में किसी भी जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। निर्माण संबंधी किसी भी प्रश्न के लिए राज्य का कोई भी व्यक्ति 9798677878 पर वाट्सअप कर अपने प्रश्न पूछ सकता है। निर्माण संबंधी प्रश्नों के उत्तर अल्ट्राटेक सीमेंट के विशेषज्ञों द्वारा दिए जाएंगे।
ये रहे बिहार के 20 यशस्वी मुखिया
1. रितु कुमारी मुखिया, आदमपुर पंचायत गोपालगंज
2. सुषुमलता, मुखिया, दावां पंचायत, जगदीशपुर , भोजपुर
3. अरविंद कुमार, मुखिया, खरारी पंचायत, करहगर, रोहतास
4. विकास कुमार, मुखिया, भीखमपुर पंचायत, रोह, नवादा
5. दिगम्बर कु मार मंडल, मुखिया, बभनगामा पंचायत, बाराहाट, बांका
6. अनिल सिंह, मुखिया तेलिहार पंचायत, बेलदौर, खगड़िया
7. श्वेता कुमारी, मुखिया इटहरी पंचायत, जमालपुर, मुंगेर
8. बबीता कुमारी, मुखिया, बघनगरी पंचायत, सकरा, मुजफ्फरपुर
9. विनोवा देवी, मुखिया, सरगछिया पंचायत, सिकटा, प. चंपारण
10. अंकिता झा, मुखिया, औरा पंचायत, समस्तीपुर
11. चमेली देवी, मुखिया मेयार पंचायत, नालंदा
12. मुखिया संजीव कुमार के प्रतिनिधि, महुआवा पंचायत, सीतामढ़ी
13. अनुराधा सिंह, मुखिया नरमा पंचायत, दरभंगा
14. राहुल झा, मुखिया मुरादपुरा, पंचायत, सहरसा
15. राजेश रंजन, मुखिया रहटा पंचायत, कटिहार
16. बबलू कुमार, मुखिया मांदील पंचायत, जहानाबाद
17. मेहरा एंजेश खानम, मुखिया विकोपुर पंचायत, इमामगंज, गया
18. विश्वजीत कुमार, मुखिया, जतकौली, पंचायत, वैशाली
19. रीता देवी, मुखिया, सैदाबाद पंचायत, राघोपुर, वैशाली
20. मिथिलेश सिंह , मुखिया, नौतन पंचायत, मढ़ौरा सारण .
अस्वीकरण : इस लेख में किए गए दावों की सत्यता की पूरी जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति / संस्थान की है ।
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