फोटो गैलरी

Hindi News ओपिनियन विदेशी मीडियायौन अपराध और सफेदपोश

यौन अपराध और सफेदपोश

बलात्कार जैसे गंभीर मामले में एक पुलिस अफसर ने अवामी लीग के एक नेता को महज इस आधार पर रिहा कर दिया कि उसका पता सही नहीं दर्ज था। महिलाओं के विरुद्ध अपराधों, खासतौर से यौन उत्पीड़न के मामले में ऐसी...

यौन अपराध और सफेदपोश
द डेली स्टार, बांग्लादेशWed, 22 Aug 2018 11:12 PM
ऐप पर पढ़ें

बलात्कार जैसे गंभीर मामले में एक पुलिस अफसर ने अवामी लीग के एक नेता को महज इस आधार पर रिहा कर दिया कि उसका पता सही नहीं दर्ज था। महिलाओं के विरुद्ध अपराधों, खासतौर से यौन उत्पीड़न के मामले में ऐसी पुलिसिया संवेदनहीनता दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे पीड़ित परिवार का आरोप ही पुष्ट होता है कि राजनीतिक दबाव था और पुलिस ने इसी कारण प्रभावशाली अभियुक्त को जाने दिया। यह वही पुलिस अफसर है, जिसने एक साल पहले बलात्कार के इसी मामले को अपने अधीनस्थ शेरपुर थाने में दर्ज करने से मना कर दिया था, जिसके बाद पीड़ित परिवार ने बोगरा महिला और बाल अपराध निरोध ट्रिब्यूनल की शरण ली थी, जहां से गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ।

यह प्रकरण ऐसे मामलों में भी हमारी संवेदनहीनता का जीता-जागता बयान है। यह सब अब आम होता जा रहा है कि प्रभावशाली लोग कुछ भी करके कानून के शिकंजे से बड़े आराम से बचकर निकल जाते हैं। काननू उन्हें घेरने नहीं, बल्कि खुद उनकी मुश्किलें कम करने के रास्ते निकालता दिखाई देता है। हालात कितने खराब हैं, इसका अंदाजा खुद पुलिसिया आंकड़ों से ही लगाया जा सकता है कि 2012 से 2017 के बीच 18 हजार, 668 मामले दर्ज हुए, लेकिन सजा सिर्फ 22 मामलों में हुई। बाकी का निपटारा कब तक होगा, कोई नहीं जानता। यानी न्याय की उम्मीद आसान नहीं रही। अगर यही सच है कि हम ऐसा समाज बना रहे हैं, जहां गंभीर मामलों में भी केस दर्ज करना या न करना पुलिस के रहमोकरम पर होगा, तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसे में, बलात्कार पीड़िताओं को यह पुलिस न्याय कैसे दिलाएगी?

हाल के दिनों में ऐसे कई मामले सामने आए, पर किसी में कोई कार्रवाई नहीं हुई, जबकि यह तात्कालिक जरूरत थी। समाज को संदेश देने के लिए भी यह जरूरी था। याद रखना होगा कि अगर हम अपने सिस्टम को पीड़ितों को न्याय दिलाने के अनुरूप नहीं तैयार कर सके, तो वह दिन दूर नहीं, जब देश में यौन अपराध इस कदर बढ़ जाएंगे कि पीड़ितों को न्याय तो दूर, बेटियों का जीना दूभर हो जाएगा।
 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें