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बांग्लादेशी रेलवे

जैसा कि चीन जैसे देशों ने हाल के दिनों में दुनिया को दिखाया है कि तेज व सक्षम रेल व्यवस्था एक अर्थव्यवस्था का चेहरा बदल सकती है। कम से कम सैद्धांतिक स्तर पर ही सही, बांग्लादेश ने एक अच्छे रेल तंत्र...

बांग्लादेशी रेलवे
 ढाका ट्रिब्यून, बांग्लादेशTue, 28 Jul 2020 10:49 PM
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जैसा कि चीन जैसे देशों ने हाल के दिनों में दुनिया को दिखाया है कि तेज व सक्षम रेल व्यवस्था एक अर्थव्यवस्था का चेहरा बदल सकती है। कम से कम सैद्धांतिक स्तर पर ही सही, बांग्लादेश ने एक अच्छे रेल तंत्र की आवश्यकता को स्वीकार किया है, लेकिन हमारी वास्तविकता अभी भी अपेक्षाओं से काफी दूर है। यह सुनना निराशाजनक है कि बांग्लादेश रेलवे के 72 प्रतिशत इंजन पुराने पड़ चुके हैं और पिछले 10 वर्षों में सिर्फ 10 नए इंजन खरीदे गए हैं। यह हमारी ओर से रेलवे क्षेत्र में बेहद खराब प्रदर्शन है और इसके लिए बहाने बनाने की गुंजाइश बहुत कम है। सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि रेलवे सेवाएं वास्तव में सर्वोच्च प्राथमिकता हैं। यह न सिर्फ देश के भीतर, बल्कि हमारे पड़ोसियों के साथ भी अधिक से अधिक संपर्क जोड़ने के लिए हमारा टिकट है। इस क्षेत्र के लिए काफी बजट भी आवंटित किया जाता रहा है, लेकिन तब भी वित्त वर्ष 2014-15 के बाद से एक भी नया इंजन नहीं खरीदा गया है। आज देश को महत्वाकांक्षी इंजन खरीद योजना की जरूरत है। काफी जांच-परख के बाद इंजन खरीद होनी चाहिए। यह भी देखना होगा कि इस मद में आवंटित बजट कहीं और खर्च न हो जाए। अगर पैसा होने के बावजूद इंजन नहीं खरीदा गया, तो यह एक भयानक विफलता होगी और बर्बादी भी। आज हम एक बड़ी महामारी से घिरे हुए हैं। हमारी माली हालत तंग है, लेकिन रेलवे के लिए आवंटित धन कहीं और बर्बाद नहीं होना चाहिए। 
बेशक सुधारी गई ट्रेनें और दुरुस्त रेल नेटवर्क सिर्फ विकास से जुड़ी बात नहीं है, बल्कि यह एक बेहद वास्तविक सुरक्षा चिंता का भी विषय है। हाल के दिनों मेंहमने कई ट्रेनों को पटरी से उतरते देखा है, इसके नतीजे घातक हैं। जब तक हम रेल विकास की योजनाओं की उपेक्षा करते हुए रेल संचालन में पुराने इंजनों का उपयोग करते रहेंगे, तब तक दुखद दुर्घटनाएं होती रहेंगी। यह हमारे काम को सुधारने का समय है। सुधार होने तक हमारे रेलवे अधिकारियों को इस बुरे हाल के लिए जिम्मेदार ठहराना चाहिए, जहां हम आज हैं। 
 

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