स्वागत योग्य कदम
एक सराहनीय पहल के तहत कतर ने विभिन्न चरणों में पाबंदियां उठाने का फैसला किया है, ताकि कोरोना वायरस की तीसरी लहर से बचा जा सके। ‘नेशनल कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रोग्राम’ की शुरुआत से अब तक 18...
एक सराहनीय पहल के तहत कतर ने विभिन्न चरणों में पाबंदियां उठाने का फैसला किया है, ताकि कोरोना वायरस की तीसरी लहर से बचा जा सके। ‘नेशनल कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रोग्राम’ की शुरुआत से अब तक 18 लाख लोगों को टीके लगाए जा चुके हैं। कतर के नागरिकों और यहां बसने वाले लोगों से गुजारिश की जा रही है कि वे टीके लगवाएं, ताकि पाबंदियां हटाने में आसानी हो। पाबंदियों को उठाने का पहला चरण 28 मई से, दूसरा 18 जून से, तीसरा 9 जुलाई और चौथा चरण 30 जुलाई से शुरू होगा। जन-स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक अलग इकाई की स्थापना की है, जो टीकेकरण का समय तय करती है।‘नेशनल हेल्थ स्ट्रैटेजिक ग्रुप ऑन कोविड-19’ के प्रमुख डॉक्टर अब्दुललतीफ अल खाल कहते हैं, ‘पिछले साल के विपरीत इस वर्ष हम उन लोगों के लिए अधिक आजादी सुनिश्चित करने में सक्षम होंगे, जिन्होंने वैक्सीन ले ली है।’ डॉक्टर खाल के मुताबिक, कतर में हुए एक ताजा अध्ययन में पाया गया है कि वैक्सीन की दूसरी खुराक लेने के 14 दिनों के बाद ब्रिटिश स्टे्रन के संक्रमण से 89.5 फीसदी और दक्षिण अफ्रीकी स्ट्रेन से 75 प्रतिशत प्रभावी सुरक्षा मिल रही है। अध्ययन का एक अहम नतीजा यह भी है कि टीकाकरण इन दोनों स्ट्रेन के कारण गंभीर रूप से बीमार पड़ने या मृत्यु से बचाब में 97.4 प्रतिशत प्रभावी साबित हुआ है। डॉक्टर खाल आगे कहते हैं, ‘इन आंकड़ों और नतीजों से हमें आबादी के ज्यादातर हिस्से के टीकाकरण के बाद सामान्य जिंदगी की ओर लौटने की उम्मीद मिली है। परिणाम बताते हैं कि वैक्सीन काफी सुरक्षित है, उन लोगों के लिए भी, जिन्हें किन्हीं दवाओं या दूसरे टीकों से एलर्जी है।’कतर अपने नागरिकों और बाशिंदों को फाइजर-बायोटेक और मोडर्ना टीके मुहैया करा रहा है। इन दोनों टीकों ने उच्च स्तरीय सुरक्षा और प्रभावशीलता दर्शाया है। टीकाकरण को रफ्तार देने के लिए कतर में और ज्यादा सेंटर खोले गए हैं। कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई ने साबित कर दिया है कि कतर की स्वास्थ्य सेवा महामारी का मुकाबला करने में पूरी तरह समर्थ है।