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Hindi News ओपिनियन नश्तरनीचे पान की दुकान, ऊपर सीएम का फरमान

नीचे पान की दुकान, ऊपर सीएम का फरमान

सन 2018 में भारत की सबसे बड़ी उपलब्धि त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब को पाना है। जहां हम अभी सारे देश में इंटरनेट नहीं पहुंचा पाए हैं, उन्होंने महाभारत काल में भी इंटरनेट के कनेक्शन पहुंचा दिए।...

नीचे पान की दुकान, ऊपर सीएम का फरमान
राजेन्द्र धोड़पकरWed, 02 May 2018 10:07 PM
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सन 2018 में भारत की सबसे बड़ी उपलब्धि त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब को पाना है। जहां हम अभी सारे देश में इंटरनेट नहीं पहुंचा पाए हैं, उन्होंने महाभारत काल में भी इंटरनेट के कनेक्शन पहुंचा दिए। फिलहाल मामला रोजगार को लेकर उनके बयान से संबंधित है। विशेष प्रतिभाशाली व्यक्तियों के साथ अक्सर यह होता है कि वे कम क्षमता वाले आम लोगों की समस्याएं नहीं समझ पाते, ऐसा ही देब बाबू के साथ भी हुआ है। 

उन्होंने कहा कि बेरोजगारों को गाय पालनी चाहिए और पान की दुकान लगानी चाहिए। लेकिन आम नौजवानों को गाय पालने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। पहली दिक्कत तो यह है कि गोरक्षकों की जागरूकता की वजह से देश में गायों की खरीद-बिक्री बंद है। आप गाय खरीदने में कामयाब भी हो गए, तो इतनी कागजी कार्रवाई करनी पड़ेगी, जितनी लाल किला खरीदने में नहीं होगी। फिर भी आशंका है कि गोरक्षक या पुलिस पीटकर गाय और जेब का पैसा ले जाएं। घर पहुंच गए, तो भी यह आशंका बनी रहेगी कि कभी भी पिटाई हो सकती है, जिसमें जान जाने का खतरा है। 

कई राज्यों में गाय का आधार कार्ड भी बनवाना जरूरी है, और हो सकता है कि चुनाव के पहले गायों का पैन कार्ड, पासपोर्ट व वोटर पहचान पत्र बनवाना भी अनिवार्य हो जाए। और अगर भगवान न करे कि गाय को कुछ हो गया, तो बेहतर है कि आप रातों रात भागकर हिमालय में पहुंचकर साधू हो जाएं, वरना...। अब आप खुद सोच लें। सिर्फ दूध की खातिर इतनी रिस्क उठाना ठीक नहीं है। 

इसलिए मेरी सलाह है कि पान की दुकान खोलना ज्यादा सुरक्षित है। यहां पुलिस सिर्फ हफ्ता वसूलकर मान जाएगी और नगर निगम वाले भी रिश्वत लेकर खुश रहेंगे। जरूरी नहीं कि आप पान बेचें, आप साबुन-शैंपू से लेकर दवा-दारू तक कुछ भी बेच सकते हैं। अगर आप दुकान पर देब बाबू की तस्वीर भी लगा लें, तो अच्छा लगेगा। 

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