टोक्यो के पास एक महान समुराई योद्धा रहा करता था। जब वह बूढ़ा हो गया था, तब उसने बच्चों को जेन बौद्ध धर्म सिखाने का काम शुरू कर दिया था। हालांकि, उस बुजुर्ग समुराई के बारे में यह आम धारणा थी कि वह...
Fri, 27 May 2022 11:38 PMसैकड़ों फिल्मों और गीतों में इसके गुण गाए गए हैं, अनगिनत किताबों और कविताओं में इसका जिक्र हुआ है। सभी धर्मों ने इसे अपनाया है : पूरी दुनिया को अपनी समस्याओं के हल के लिए जिस एक चीज की जरूरत है, वह...
Thu, 26 May 2022 10:08 PMअगर आप अपनी जिंदगी को असाधारण बनाना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपके लिए यह जानना जरूरी है कि व्यक्तिगत सफलता से आपकी क्या मुराद है और अपने नजरिये को वास्तविक रूप देने के लिए आपको क्या करना चाहिए? यहीं...
Wed, 25 May 2022 09:33 PMजीवन के विकास अथवा किसी उल्लेखनीय उपलब्धि के मूल में प्रभावी सोच की ही भूमिका प्रमुखत: रहती है। ऊंचे कुल में जन्म लेना या किसी कुलीन परिवेश में लालन-पालन ही पर्याप्त नहीं है, कर्म की उच्चता और...
Tue, 24 May 2022 11:09 PMएक सज्जन मेरे पास आए। वह अनिद्रा रोग से पीड़ित थे। वह कभी किसी राज्य के मंत्री हुआ करते थे और यह चाहते थे कि मैं उन्हें कोई ऐसा ध्यान प्रयोग बता दूं, जिससे वह मजे से सो सकें। मैंने उनसे कहा- ‘आपकी...
Mon, 23 May 2022 10:32 PMकाम, प्रेम की अभिव्यक्ति है, खलील जिब्रान का यह कथन आजकल बार-बार याद आता है, क्योंकि अब कामकाज जुड़ गया है पैसे से, प्रेम से नहीं। फिर एक अजीब बात यह भी हुई है कि जितने ज्यादा पैसे मिलते हैं, लोग...
Mon, 23 May 2022 12:12 AMज्ञान हमारी तीसरी आंख है। हम किसी वस्तु को देखकर ही संतुष्ट नहीं होते, उसे जानना और समझना भी चाहते हैं। बाहर की वस्तुएं जब हमारे अंतर्मन को छूती हैं, तभी हम प्रभावित होते हैं, नहीं तो चलते-फिरते....
Sat, 21 May 2022 12:00 AMक्या आपने कभी कुछ ऐसा खोया है, जिसे आप वास्तव में बहुत चाहते रहे हों? ऐसी सूरत में हम पूरे घर को सिर पर उठा लेते हैं और उस चीज की तलाश में अपने दिमाग को उलट-पुलट डालते हैं। मानवीय भावनाएं कुछ...
Thu, 19 May 2022 11:57 PMव्यवस्था और अव्यवस्था के विपरीत ध्रुवों के बीच ही हमारी जिंदगी अपना सफर तय करती है। इन विपरीत धु्रवों को पहचानना जरूरी है, क्योंकि इनके बिना यह दुनिया हो ही नहीं सकती। अव्यवस्था के लिए एक और शब्द...
Wed, 18 May 2022 11:28 PMयह सवाल अक्सर पूछा जाता है कि दुनिया में बुराई क्यों है? यह प्रश्न कभी भी उठ सकता है, लेकिन यह तब अधिक गंभीर हो जाता है, जब सामूहिक हिंसा और अत्याचारों से भरे समाचारों की संख्या बढ़ जाए...
Mon, 16 May 2022 09:59 PMविश्व भ्रमण करके पुणे लौटने के बाद ओशो ने अपने काम के नए चरण की घोषणा की थी, वह था- फ्रेंड्स ऑफ ओशो। इसके तहत देश के मूर्धन्य कलाकारों को ओशो कम्यून में आमंत्रित करना था। खुद ओशो ने कलाकारों के...
Sun, 15 May 2022 11:10 PMएक बार कन्फ्यूशियस किसी गांव से सुबह-सुबह गुजर रहे थे। उन्होंने देखा कि एक बूढ़ा आदमी अपने युवा बेटे के साथ कुएं से पानी खींचे जा रहा है। यह देखकर कन्फ्यूशियस कुछ सोच में पड़ गए............
Fri, 13 May 2022 10:20 PMजरूरत के समय हर बार विद्वान काम नहीं आते, कई बार मूर्ख भी काम आ जाते हैं। आम जीवन व्यवहार में हम कई बार या हर हाल में मूर्खों से बचने की यथासंभव कोशिश करते हैं, जबकि हमें उन पर भी गौर करना चाहिए.....
Thu, 12 May 2022 08:13 PMमन को संयत करना कितना कठिन है! इसकी एक सुसंगत उपमा उन्मत्त वानर से दी गई है। कहीं एक वानर था। वह स्वभावत: चंचल था, जैसे कि वानर होते हैं। लेकिन उतने से संतुष्ट न हो, एक आदमी ने उसे काफी शराब पिला दी..
Wed, 11 May 2022 08:48 PMकुछ व्यक्ति नरम स्वभाव के होते हैं, पर उनकी नरमी साहस और प्रबलता के अभाव के कारण होती है। जिन लोगों की नरमी साहस के अभाव के कारण है, वे अत्यंत पीड़ित रहते हैं और फिर उद्वेलित हो जाते हैं.......
Tue, 10 May 2022 08:43 PMमच्छर भी शिक्षाप्रद हो सकते हैं। ये मच्छर आश्रम में मुझे एक और प्रारंभिक शिक्षा मिलने का कारण बने थे। वह सायंकाल का शांत समय था। मेरे गुरुदेव प्राचीन शास्त्रों की अनुपम व्याख्या कर रहे थे....
Mon, 09 May 2022 10:36 PMप्रत्येक प्राणी में अनंत को पाने की अभिलाषा होती है। हर मनुष्य कुछ महान, कुछ स्थायी काम करना चाहता है। किंतु प्रत्येक मनुष्य का जीवन सफलता के शिखर को छू नहीं पाता..................
Fri, 06 May 2022 09:33 PMहम हर कार्यक्रम का शुभारंभ दीया जलाकर करते हैं। क्यों? क्योंकि दीया जलाना शुभ होता है। दीया प्रकाश का, मंगल का प्रतीक है। इसीलिए जब दीये की लौ कांपती है............................
Thu, 05 May 2022 10:43 PMगौतम बुद्ध ने नियम बनाया था कि बरसात के दिनों में भिक्षुक एक जगह पर टिक सकते हैं। आम तौर पर नियम यह था कि बुद्ध के साथ रहने वाले संन्यासी और भिक्षुक एक जगह पर दो दिन से ज्यादा नहीं ठहर सकते....
Wed, 04 May 2022 10:09 PMएक बार मैं पश्चिमी भारत में सागर के तटवर्ती मरुस्थल में भ्रमण कर रहा था। बहुत दिनों तक निरंतर पैदल भ्रमण करता रहा। किंतु प्रतिदिन यह देखकर मुझे महान आश्चर्य होता कि चारों ओर सुंदर-सुंदर झीलें हैं.....
Tue, 03 May 2022 09:42 PM