जीना इसी का नाम है खबरें

sahan veer abrol

जरूरतमंदों को कपड़ा बांटने की मुहिम से जुटा नौजवान

साजन और उनके साथी इस कार्य के जरिये देश में सांप्रदायिक-सामाजिक भाईचारे को भी बढ़ावा दे रहे हैं। किसी हिंदू मां या बहन की साड़ी किसी गैर-हिंदू गरीब के काम आ रही है, तो किसी मुस्लिम, सिख या ईसाई के...

Sat, 16 Mar 2024 09:51 PM
khalida brohi

काश! हर कबीले को एक खालिदा मिल जाती

ऑनर किलिंग का अपराध एकदम थम तो नहीं गया, पर जनजातीय समाजों में बदलाव की बयार बह चली है। खालिदा अब अमेरिका के तीन शहरों में व्यावसायिक केंद्र खोल चुकी हैं। इनसे होने वाली कमाई का आधा हिस्सा पाकिस्तान क

Sat, 09 Mar 2024 10:43 PM
osei

किसी की जान बचाने से बेहतर काम क्या होगा

घाना के सुदूर ग्रामीण इलाकों में अपनी मेडिकल टीम के साथ पहुंचे ओसेई को यह बात शिद्दत से महसूस हुई कि एक ऐसे समाज के लोगों को, जो अगर दिन भर हाड़तोड़ मेहनत न करें, तो रात फाकाकशी में गुजारनी पड़े...

Sat, 02 Mar 2024 11:13 PM
pashtana duranni

तालीम के लिए तालिबान से लोहा लेती जांबाज

अपने पुरखों की माटी को चूमने की खुशी ही अनूठी होती है। मगर कंधार लौटने की पहली ही रात जिस सच से पश्ताना का सामना हुआ, उसने सारी खुशियों पर तुषारापात कर दिया। खानदान की लड़कियां जब मिलीं, तो यह...

Sat, 24 Feb 2024 10:41 PM
shankar baba papalkar

दिव्यांगों का ख्याल रखने को दिव्य दृष्टि भी चाहिए

पापलकर अच्छी तरह जानते थे कि एक बार जिस बच्चे को उसके अपनों ने त्याग दिया, वह पूरी उम्र लावारिस ही रहता है। ऐसे में, 18 साल के बाद अनाथालयों से निकलने को मजबूर लड़कियां प्राय: दोजख में पहुंच जाती...

Sat, 17 Feb 2024 09:29 PM
somanna

शहद की मिठास जानता हूं, पद्मश्री का स्वाद नहीं पता

वह चौथी जमात से आगे न पढ़ सके, क्योंकि गरीबी ने इसकी इजाजत नहीं दी। माता-पिता के लिए एक शाम का भोजन जुटाने की खातिर उन्हें अपने गांव में लोगों की गौशालाएं साफ करनी पड़ती थीं। सोमन्ना उस उम्र में बंधुआ..

Sat, 10 Feb 2024 09:34 PM
inas

हैवानियत से छिड़ी लड़ाई में मजलूमों की एक आवाज

जब कोई इंसान हैवान बन जाता है, तो यौन हिंसा उसका सबसे आसान हथियार होती है। उत्तरी अफ्रीकी देश सूडान भी इसका भुक्तभोगी है। भले ही 1956 में यह मुल्क अहिंसक तरीके से ब्रिटिश साम्राज्यवाद से मुक्त हुआ...

Sat, 03 Feb 2024 10:48 PM
ahmad algarji

गाजा के गमगीन बच्चों को हंसना सिखाने वाला भाई

इजरायल पर हमास के हमले व तेल अवीव की जवाबी कार्रवाइयों ने अहमद की योजनाओं को भी खाक कर दिया। पांच दिन वह और उनके साथी एक शिविर में खुद को जिंदा रखने के लिए कैद रहे। मगर अहमद ऐसी स्थितियों से पहले...

Sat, 27 Jan 2024 09:26 PM
jetsunma tejin palmo  spiiritual teacher

विलाप नहीं, कठोर साधना से खुद को साबित कीजिए 

हिन्दुस्तान की धरती सदियों से तरह-तरह के लोगों को लुभाती रही है। यहां सिर्फ दौलत के लोभ में लुटेरे और आक्रांता ही नहीं आए, बल्कि ज्ञान के पिपासु और अध्यात्म के मुरीद भी खिंचे चले आते रहे। आक्रांताओं..

Sat, 20 Jan 2024 10:56 PM

हरेक बाल-श्रमिक में छिपे अमर को पहचानिए 

गरीब माता-पिता बेटों का भला चाहते थे,पर दिल में तरह-तरह के वसवसे भी उठ रहे थे। बेटों से बिछोह के ख्याल से हृदय कांपने लगा था। लरजती आवाज में अमर के पिता ने सत्यार्थी जी से कहा, वह पहले जयपुर आश्रम...

Sat, 13 Jan 2024 09:17 PM
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पिता की अंतिम इच्छा पूरी  इंसानियत का हक अदा

वसो तालुके के करीब 500 बेघर, अशक्त व गरीब बुजुर्गों को राकेश की संस्था रोजाना मुफ्त भोजन मुहैया कराती है। काश! देश के हरेक तालुके को एक-एक राकेश मिल जाएं, तो किसी गरीब, अशक्त बुजुर्ग को भूखे पेट...

Sat, 06 Jan 2024 10:31 PM
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गुजरांवाला की एक दास्तां जो पेरिस में पढ़ी गई

कहते हैं, इस दुनिया को अगर वाकई एक परिवार बनना है, तो यह काम सिर्फ अच्छे शिक्षक कर सकते हैं, क्योंकि राजनेताओं और धर्मगुरुओं की पूरी सत्ता ही इंसान-इंसान में फर्क पैदा करने से कायम...

Sat, 30 Dec 2023 10:36 PM
umar ahmad

कश्मीर की तकदीर ऐसे उमर ही संवारेंगे

सफलता की कुछ कहानियां वाकई बहुत प्रेरणादायी होती हैं। कहने को तो वे किसी एक अदद इंसान के जीवट, संघर्ष-त्याग और उपलब्धियों की दास्तान होती हैं, मगर दर-हकीकत वे एक पूरे खित्ते की उम्मीदों की...

Sat, 23 Dec 2023 10:21 PM

रास्ते का मास्टर बना हजारों का मसीहा 

समाज में बदलाव लाने के लिए आपको क्या चाहिए? सत्ता, धन या समूह? क्या इनके बगैर भी ऐसा सुधार मुमकिन है, जो हजारों लोगों की जिंदगी में खुशियां ला सके? किसी परिवर्तन की पहल के लिए जो पहली और शायद सबसे...

Sat, 16 Dec 2023 11:17 PM

ऊंची तालीम के साथ इंसानियत तलाशती एक अमेरिकी

कैदी पिता की संतान होने के कारण यासमीन को जिन मुश्किलों का सामना करना पड़ा था, उसने उनके भीतर एक गहरी टीस पैदा की थी। फिर जब पता चला, अमेरिका में 20 लाख नौजवानों के माता-पिता जेल में हैं, तब...

Sun, 10 Dec 2023 01:23 AM
pushpa

उनका क्या कसूर कि वे सलाखों के पीछे पलें

शताब्दियों पहले दार्शनिकों ने यह स्थापना दी थी कि गुणों के एक तल पर मनुष्य ईश्वर के समतुल्य आ सकता है, और वह गुण है- करुणा! शायद यही कारण है कि सज्जन लोग अक्सर यह दोहराते रहते हैं- परमार्थियों के...

Sat, 02 Dec 2023 10:42 PM
vir das

आसानी से कहां मिलती यह शोहरत और बुलंदी

एक बेहतर लोकतंत्र, तरक्कीपसंद समाज और परिपक्व परिवार को परखने की बुनियादी कसौटी क्या है? यह कसौटी है, उसके हरेक सदस्य को सभ्यता के दायरे में कटु से कटु बात भी कहने की आजादी! मगर दुर्योग से कमजोर...

Sat, 25 Nov 2023 10:54 PM
liz murry

किसी के सपनों को पीछे मत छूटने दीजिए

इस दुनिया में कुछ लोग हर युग में अपने कबीले, समाज, इलाके और देश-दुनिया में रोशन हुए। उनकी जिंदगी की संघर्ष-गाथाओं ने न सिर्फ अपने समाज के लोगों को प्रेरित किया, बल्कि कई बार सरहदों को पार कर विशाल...

Sat, 18 Nov 2023 09:53 PM
jaikishan

व्हीलचेयर से ड्रीमचेयर तक का प्रेरणादायी सफर

इस चरम आत्मकेंद्रित समय में, जब सबको अपना ही योगदान अद्वितीय और जीवन-संघर्ष सबसे मुश्किल लगने लगा है, दूसरों को अवसाद और निराशा की गहरी खाई से बाहर खींचने वाली कोई प्रेरक कहानी सुनने को मिले, तो...

Sat, 04 Nov 2023 09:43 PM
mischel

अनाथ बच्चियों पर स्नेह बरसाती यहूदी मां

मिशेल ने कोलकाता में जिस बच्ची को गोद लिया, वह महज दो माह की थी। न्यू जर्सी में रहते हुए वह अपने दोनों बच्चों की अच्छी परवरिश कर रही थीं, मगर उनके अंदर एक सोच हमेशा बनी रही कि गोद ली गई बेटी का...

Sat, 28 Oct 2023 10:32 PM