महान जन-आंदोलन
किसी आंदोलन की सफलता उसकी लक्ष्य-प्राप्ति में होती है, पर उसकी महानता उसके ऐतिहासिक हो जाने में होती है। और उसकी ऐतिहासिकता होती है, अगली पीढ़ियों के लिए एक मिसाल बन जाने में। मसलन, भारत का स्वाधीनता...
किसी आंदोलन की सफलता उसकी लक्ष्य-प्राप्ति में होती है, पर उसकी महानता उसके ऐतिहासिक हो जाने में होती है। और उसकी ऐतिहासिकता होती है, अगली पीढ़ियों के लिए एक मिसाल बन जाने में। मसलन, भारत का स्वाधीनता आंदोलन इस अर्थ में एक सफल आंदोलन था कि उससे स्वाधीनता का लक्ष्य प्राप्त हुआ, पर उसकी महानता यह है कि उसके बाद से जब भी देश में कोई जन-आंदोलन होता है, तो वह स्वाधीनता आंदोलन के मूल्यों और आदर्शों से प्रेरणा व ऊर्जा पाता है।
वर्तमान किसान आंदोलन सफल होगा या नहीं, अभी कहा नहीं जा सकता, लेकिन यह एक महान आंदोलन के रूप में अवश्य याद किया जाएगा। यह स्वाधीनता आंदोलन के मूल्यों (सत्य, अहिंसा, त्याग, बलिदान, सेवा, सहयोग, प्रेम, जनतांत्रिक एकता और एकजुटता इत्यादि) से प्रेरित और ऊर्जस्वित आंदोलन है।
महान जन-आंदोलनों की सबसे बड़ी खूबी यह होती है कि वे मनुष्यों के भीतर सोई पड़ी या किसी तरह के नशे से सुला दी गई मनुष्यता को जगा देते हैं और अपनी जागृत मनुष्यता के आधार पर सामान्य जन आर्थिक, सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक आदि शक्तियों के वास्तविक चरित्र को समझने लगते हैं। देश के वर्तमान किसान आंदोलन ने लोगों में यह समझ पैदा की है।