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एक मंदिर ऐसा भी

बिहार के समस्तीपुर जिले के गांव मोरवा में एक विचित्र मंदिर है- खुदनेश्वर महादेव मंदिर! इस मंदिर के गर्भगृह में एक तरफ शिवलिंग है और दूसरी तरफ एक मजार। यहां रोज अनगिनत श्रद्धालु शिवलिंग पर फूल-जल...

एक मंदिर ऐसा भी
ध्रुव गुप्त की फेसबुक वॉल सेSun, 06 Jun 2021 11:11 PM
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बिहार के समस्तीपुर जिले के गांव मोरवा में एक विचित्र मंदिर है- खुदनेश्वर महादेव मंदिर! इस मंदिर के गर्भगृह में एक तरफ शिवलिंग है और दूसरी तरफ एक मजार। यहां रोज अनगिनत श्रद्धालु शिवलिंग पर फूल-जल चढ़ाते हैं और मजार पर मत्था भी टेकते हैं। मंदिर के इतिहास के बारे में बताया जाता है कि सदियों पहले यह इलाका सघन वन-क्षेत्र था। पास के गांव की एक मुस्लिम लड़की खुदनी बीबी अक्सर यहां गाय चराने आती थी। एक दिन उसने यहां चमत्कार जैसा कुछ देखा, तो भागकर गांव के लोगों को बताया। लोगों द्वारा इस जगह की खुदाई में एक प्राचीन शिवलिंग मिला। कुदाल के प्रहार से शिवलिंग का कटा हुआ ऊपरी हिस्सा अब भी देखा जा सकता है। लोगों ने उसी जगह एक पेड़ के नीचे शिवलिंग की स्थापना कर दी। खुदनी के मरने के बाद उसकी इच्छा के अनुसार, उसे शिवलिंग के पास ही दफनाया गया। सन 1858 में बना और कई बार पुनर्निर्मित यह मंदिर गांव के सरल लोगों की धार्मिक आस्था का बड़ा मासूम घालमेल है। यह मासूमियत और सर्वधर्म समभाव अब विभाजनकारी राजनीति की भेंट चढ़ चुके हैं। जिस देश के मानस का एक बड़ा हिस्सा अरसे से मजहबी कट्टरता ने घेर रखा है, वहां मासूम खुदनी और भोलेबाबा का एक साथ प्रवेश अब शायद ही कभी संभव हो।
 

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