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किशोरोंके हाथ स्मार्टफोन

यह लेखिका एक किशोरी की मां है और इसने अपनी बच्ची के स्मार्टफोन विहेवियर को बैलेंस करने के लिए जो तरीके डेवलप किए हैं, वे कारगर हो सकते हैं। सबसे पहले आपको थोड़ा टेक-सेवी बनना होगा। इंटरनेट पर आपकी...

किशोरोंके हाथ स्मार्टफोन
द क्विंट में अनुजा भट्टTue, 22 Jan 2019 12:00 AM
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यह लेखिका एक किशोरी की मां है और इसने अपनी बच्ची के स्मार्टफोन विहेवियर को बैलेंस करने के लिए जो तरीके डेवलप किए हैं, वे कारगर हो सकते हैं। सबसे पहले आपको थोड़ा टेक-सेवी बनना होगा। इंटरनेट पर आपकी जानकारी, आपके बच्चों के गलत साइट्स पर जाने से रोकने में मदद करेगी। आप अपने बच्चों के स्मार्टफोन विहेवियर पर नजर रखें, लेकिन यह जताए बिना कि आप उसकी पुलिसिंग कर रही हैं। इसे एक उदाहरण से समझा जा सकता है। जैसे, नेटफ्लिक्स, अमेजन  और अल्ट बालाजी  जैसे वीडियो स्ट्रीमिंग सर्विस प्रोवाइडर्स ने मोबाइल फोन पर मनोरंजन की एक नई दुनिया खोल दी है। मगर ये सर्विस प्रोवाइडर कामुकता भरे जो शो या क्राइम फिक्शन चला रहे हैं, वे बेहद अधकचरे हैं। ये युवाओं को मुंहफट, संवेदनहीन और ‘मी फस्र्ट कल्चर’ का आदी बना रहे हैं। अब आप अपने बच्चों को इन्हें देखने से कैसे रोकेंगे? अपने बच्चों से इन शोज के बारे में बात करें। भारतीय घरों में ऐसा करना मुश्किल होता है, क्योंकि बच्चों और पैरेंट्स के बीच संवाद की हमारी परंपरा वर्जनाओं से जुडे़ विषयों पर बात करने से रोकती है। लेकिन हम लकीर के फकीर बने नहीं रह सकते। हमें आगे बढ़कर बच्चों को समझाना होगा कि बैड कंटेंट क्या है और गुड कंटेंट क्या है?

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