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मंडेला की दृढ़ता

नेल्सन मंडेला की आपबीती लॉन्ग वॉक टु फ्रीडम  में टाइम  के एडिटर रिचर्ड स्टेंगल ने मंडेला से जुड़ा एक किस्सा कुछ यूं बयान किया है : एक बार मैं और मदीबा (दक्षिण अफ्रीका के लोग प्यार से मंडेला...

मंडेला की दृढ़ता
सत्याग्रह में अनुराग भारद्वाजThu, 19 Jul 2018 12:35 AM
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नेल्सन मंडेला की आपबीती लॉन्ग वॉक टु फ्रीडम  में टाइम  के एडिटर रिचर्ड स्टेंगल ने मंडेला से जुड़ा एक किस्सा कुछ यूं बयान किया है : एक बार मैं और मदीबा (दक्षिण अफ्रीका के लोग प्यार से मंडेला को मदीबा कहते थे) नटाल जा रहे थे। मदीबा जहाज में बैठे और अखबार पढ़ने लग गए। उन्हें अखबार पढ़ना अजीज था। तभी उन्होंने देखा कि जहाज के पंखे पर लगे प्रोपेलर ने काम करना बंद दिया है। मदीबा ने मुझसे कहा कि यह सूचना पायलट को देनी चाहिए। ऐसा कहते वक्त उनकी आवाज हमेशा की तरह संयत थी। मैं बहुत डर गया था।

प्रोपेलर बंद होने का मतलब था कि जहाज क्रैश हो सकता है। मैं उठा और पायलट को बताने के लिए भागा। जब वापस आया, तो देखा मदीबा अखबार पढ़ रहे थे। उन्होंने पूछा, तो मैंने कहा कि पायलट को मालूम चल गया है और वह इमरजेंसी लैंडिंग के लिए नजदीकी एयरपोर्ट से संपर्क कर रहा है। मदीबा यह सुनकर फिर अखबार पढ़ने लग गए। जहाज को सकुशल उतार लिया गया। उतरने के बाद मैंने हिम्मत करके मदीबा से पूछा, ‘क्या आपको डर नहीं लगा था?’ मदीबा का जवाब था, ‘डर! मैं अंदर-अंदर कांप रहा था, पर यदि जाहिर कर देता, तो तुम, पायलट और दूसरे सभी लोग घबरा जाते।’ रिचर्ड कहते हैं, ‘तब मुझे समझ आया कि साहस क्या होता है?’ 

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