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छात्रों के हित में

देश में महंगी शिक्षा और पर्याप्त सीटों की अनुपलब्धता के कारण काफी संख्या में भारतीय विद्यार्थी विदेश का रुख करते हैं, और वे यूक्रेन ही नहीं, अमेरिका, ब्रिटेन सहित विश्व के कई देशों में चिकित्सा,...

छात्रों के हित में
हिन्दुस्तानMon, 28 Feb 2022 09:44 PM
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देश में महंगी शिक्षा और पर्याप्त सीटों की अनुपलब्धता के कारण काफी संख्या में भारतीय विद्यार्थी विदेश का रुख करते हैं, और वे यूक्रेन ही नहीं, अमेरिका, ब्रिटेन सहित विश्व के कई देशों में चिकित्सा, इंजीनियरिंग आदि के अध्ययन के लिए जाते हैं। अगर आज देश के अंदर ही छात्रों के लिए समुचित व्यवस्था होती, तो सरकार को यूक्रेन से अपने बच्चों को लाने के लिए इतनी व्यवस्था नहीं करनी पड़ती, और न ही छात्रों के परिजन यूं परेशान व चिंतित होते। अभिभावकों की चिंता वाजिब है। जहां मिसाइल और बम हमले हो रहे हों, वहां बच्चों का फंसना किसे दुखी नहीं करेगा? भारतीय छात्रों को वहां से निकालने का काम भारत सरकार को गंभीरता से करना होगा। इसके अलावा, यह प्रयास भी करना होगा कि मेडिकल या अन्य क्षेत्रों की पढ़ाई भावी पीढ़ी अपने देश में कर सके। इसके लिए मेडिकल सीटों की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ इसकी फीस वहन करने लायक बनानी होगी। छात्रों के हित में सरकार को यह करना ही चाहिए।
नीरज कुमार पाठक, नोएडा

शिव-पार्वती का मिलन
आज शिवरात्रि है। शिवरात्रि, यानी शिव और शक्ति का मिलन। शिव को विरक्त माना जाता है, जिनको प्रेम-समर्पण के अपने भाव से पार्वती परिवार से जोड़े रहती हैं। यह प्रेम सद्भाव और मिलन की अद्भुत मिसाल है। शिव परिवार का हर व्यक्ति का वाहन भी एक-दूसरे का शत्रु प्रतीत होता है, परंतु सभी एक-दूसरे के साथ मिल-जुलकर रहते हैं। इस नश्वर संसार में भगवान शिव व माता पार्वती का मिलन और उनका परिवार हमें आपस में प्रेम, सद्भाव और भाईचारे का पाठ पढ़ाता है। इसके साथ ही यह जन-कल्याण के भाव को भी अनूठे रूप में प्रदर्शित करता है। शिव-पार्वती का यही मिलन तो शिवरात्रि है। 
आनंद पाण्डेय, रोसड़ा

षड्यंत्र रचते बड़े देश
पर उपदेश कुशल बहुतेरे। सत्ता के लोभी जन-कल्याण की बातें भी स्वार्थ में करते हैं, अन्यथा उनके आदर्श व उपदेश दूसरे देशों के लिए हैं। दूसरे विश्व युद्ध के विनाश को कई देश भुला नहीं पाए हैं, फिर भी हम तीसरे विश्व युद्ध के मुहाने पर खडे़ हैं। किसी भी देश की जनता युद्ध नहीं चाहती, केवल सत्ता लोभी और विस्तारवादी मानवता को खतरे में डाल रहे हैं। जान बचाकर देश छोड़कर भागना, अपने परिवार से बिछड़ने का दुख हर व्यक्ति के जीवन भर का कष्ट है। आज रूस और यूके्रन का युद्ध विश्व समुदाय के साथ-साथ मानवता के लिए भी बड़ा संकट है। संपन्न राष्ट्रों ने अपने हित में यह जंग शुरू करवा दी। संयुक्त राष्ट्र इतनी कमजोर संस्था साबित हो रही है कि मानो वह अपना उद्देश्य ही भूल गई है। ऐसे में, यह जरूरी है कि इस संस्था का जल्द से जल्द पुनर्गठन हो, और जल्द ही रूस व यूक्रेन के युद्ध को खत्म करवाया जाए।
गजानंद पारीक, मालवीय नगर

रिकॉर्ड बनाती जीत
टीम इंडिया ने लगातार तीसरी बार क्लीन स्विप करके शृंखला जीती है और टी-20 सीरीज के अंतिम मैच में श्रीलंका को रौंदकर लगातार 12 मैच जीतने के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। रविवार की रात धर्मशाला में खेले गए मैच में भारतीय बल्लेबाज श्रेयस अय्यर की बेहतरीन बल्लेबाजी ने टीम को जीत की ओर मोड़ दिया। अय्यर तीनों मैच में नाबाद रहे। हालांकि कप्तान रोहित शर्मा बहुत रन नहीं बना सके, लेकिन सीरीज में उन्होंने एक नया रिकॉर्ड जरूर बनाया। जैसे, घरेलू मैदान पर सबसे ज्यादा टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच जीतने वाले कप्तान वह बन गए हैं। यह उपलब्धि अन्य कोई भारतीय कप्तान हासिल नहीं कर पाया है। इस तरह की उपलब्धियां खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाती हैं और उन्हें हरेक मैच में बेहतर प्रदर्शन करने को प्रेरित करती है। 
युगल किशोर राही, छपरा
 

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