
हो गई बेटिकट बवाली युवती की पहचान; TTE का सिर काटने की धमकी दी, छूट गई भरकर चालान
संक्षेप: ट्रेन में टिकट मांगने वाले टीटीई पर परेशान करने का आरोप लगाने वाली बवाली युवती की पहचान खुशबू मिश्रा के तौर पर हुई है। देवरिया में उसने रिश्तेदारों के साथ मिलकर टीटीई से बदसलूकी की और धमकाया लेकिन चालान लेकर छोड़ दिया गया।
बिहार में ट्रेन यात्रा के दौरान टिकट मांगने वाले टीटीई पर परेशान करने का आरोप लगाने वाली उस बवाली युवती की पहचान हो गई है, जिसका वीडियो चार-पांच दिनों से वायरल है। उसका नाम खुशबू मिश्रा है और वह सीवान के मैरवा इलके की रहने वाली हैं लेकिन परिवार देवरिया में बस गया है। युवती बिहार में सरकारी टीचर है। सिवान से देवरिया के रास्ते में यह विवाद हुआ। युवती सारण जिले के एकमा में पोस्टेड थी लेकिन हाल में ही उसका ट्रांसफर सिवान हो गया है। वीडियो में टीटीई को यह कहते सुना जा सकता है कि सरकारी स्कूल की टीचर है और बेटिकट चलती है।

वायरल वीडियो में भी दिखता है कि टिकट मांगने के बाद युवती फोन पर किसी से बात कर रही है। ट्रेन के देवरिया पहुंचने पर पता चला कि युवती ने अपने बाप और दूसरे रिश्तेदारों को स्टेशन पर पहले से बुला रखा था। युवती के लोगों ने पुलिस की मौजूदगी में देवरिया स्टेशन पर जमकर बवाल काटा। ट्रेन खुलने से पहले टीटीई से सामूहिक बदसलूकी हुई और जब ट्रेन खुली तो उसे चलती गाड़ी से खींचकर उतारने की कोशिश हुई। युवती ने तो टीटीई को सिर काटने की धमकी तक दे डाली है। लेकिन पुलिस ने खुशबू से 990 रुपये का चालान वसूलकर छोड़ दिया। टीटीई एसोसिएशन ने पुलिस द्वारा ठोस कार्रवाई नहीं करने पर सवाल उठाया है।
युवती ने टिकट मांगने पर TTE को धमकाया, फिर बाप को बुलाकर स्टेशन पर हंगामा मचाया
भारतीय रेल टिकट चेकिंग स्टाफ ऑर्गेनाइजेशन (IRTCSO) ने 4 अक्टूबर को ही वीडियो शेयर करते हुए आरोप लगाया था कि रांची-गोरखपुर एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 18629) में सिवान स्टेशन से देवरिया जा रही महिला ने TTE से अभद्रता की और अपने पिता और सगे-संबंधियों को बुलाकर रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के सामने TTE से हाथापाई और उसे चलती ट्रेन से खींचने की कोशिश की। एसोसिएशन के ट्वीट पर आरपीएफ हरकत में आई। फिर देवरिया आरपीएफ ने ट्वीट करके बताया- “खुशबू मिश्रा गाड़ी 18629 के AC कोच में बिना टिकट यात्रा कर रही थी। उसे देवरिया उतरना था। TTE द्वारा टिकट बनवाने को कहा गया। टिकट नहीं बनवाई। TTE द्वारा मेमो दिया गया, जिसे देवरिया उतरवा कर EFT नं. D-245730 रु.990/- का चार्ज कराया गया।”
यहां सब बिकाऊ है, बोलते हुए सिपाही का वीडियो वायरल
ट्रेन में टिकट मांगने के दौरान युवती का टीटीई से बहस करने और देवरिया स्टेशन पर युवती के बाप के नेतृत्व में रिश्तेदारों के बवाल का वीडियो वायरल हैं। देवरिया में युवती और उसके पिता ने टीटीई पर एक नया आरोप लगाया कि टीटीई ने टिकट फाड़कर फेंक दिया लेकिन वीडियो में ऐसा कहीं दिखता नहीं है। देवरिया वाले वीडियो में टीटीई से बदसलूकी की आवाज आ रही है और ट्रेन खुलने पर युवती टीटीई को मूरी (सिर) काटने की धमकी भी देती है। लोग चलती ट्रेन से टीटीई को खींचने के लिए एक-दूसरे को आवाज लगाते सुने जा रहे हैं।
जिस वायरल फोटो से परेशान थी छात्रा, बिहार में पुलिस ने उसे ही वेबसाइट पर डाल दिया
टीटीई एसोसिएशन ने इस मामले में ठोस कार्रवाई नहीं होने पर सवाल उठाया है। IRTCSO ने ट्वीट करके पूछा है कि रेलवे परिसर में आकर RPF के सामने बाहरी लोगों द्वारा रेल कर्मचारी से दुर्व्यवहार और स्टेशन पर उपद्रव करने को लेकर उचित कार्यवाही क्यों नहीं हुई। IRTCSO की अंबाला डिवीजन यूनिट ने तो सीधे पूछा है- “जब टीटीई ने मेमो दिया तो क्या ऐसे यात्री की सिर्फ टिकट ही बनानी थी? क्या आरपीएफ को सख्त कार्यवाही करते हुए मजिस्ट्रेट के समक्ष नहीं पेश करना चाहिए था? और जो बाहरी व्यक्ति आरपीएफ के सामने धमकी दे रहा है, उसको सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में बंद क्यों नहीं किया?”
सोशल मीडिया पर युवती की आलोचना हो रही है और लोग टीटीई की बुद्धिमता की तारीफ कर रहे हैं कि उसने टिकट मांगने पर बहस का वीडियो बना लिया। कुछ लोग लिख रहे हैं कि टीटीई ने वीडियो नहीं बनाया होता तो युवती दूसरे तरह के आरोप भी मढ़ सकती थी। वीडियो में टीटीई युवती को बिहार में सरकारी स्कूल का टीचर बता रहा है और कह रहा है कि यह सरकारी टीचर होकर भी अक्सर बेटिकट यात्रा करती है। सोशल मीडिया पर लोग सरकारी शिक्षक द्वारा नियम का पालन नहीं करने और इस तरह के आचरण पर सवाल उठा रहे हैं। ट्रेन के अंदर बहस और स्टेशन पर बवाल का वायरल वीडियो इसके नीचे आप देख सकते हैं।





