
बिहार में कोर्ट परिसर में खुद को आग क्यों लगाने लगी महिला, मची अफरातफरी
संक्षेप: महिला ने आरोप लगाया था कि दो सितंबर की सुबह आठ बजे वह ढाब में घास काटने गई थी। उसी समय उक्त व्यक्ति पहुंचकर छेड़खानी करने लगा। विरोध करने पर लाठी से बुरी तरह पिटाई कर दी, जिससे वह बेहोश हो गई। उसे मरा समझ लिया।
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में बोचहां थाना क्षेत्र के एक गांव की महिला ने मंगलवार को मुजफ्फरपुर कोर्ट परिसर में आग लगाने का प्रयास किया। वह छेड़खानी व मारपीट मामले में बोचहां थाने की पुलिस पर आरोपित के विरुद्ध कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगा रही थी। कोर्ट परिसर में मौजूद महिला अधिवक्ता व अन्य ने उसके हाथ से माचिस छीन लिया, जिससे वह आग नहीं लगा सकी। सूचना पर पहुंची पुलिस उसे वहां से अपने साथ ले गई। बाद में समझा-बुझाकर पुलिस ने घर वापस भेज दिया।

दुष्कर्म के प्रयास व मारपीट के आरोप का मामला
महिला ने चार सितंबर को बोचहां थाने में एफआईआर कराई थी। इसमें बगल के गांव के ही एक व्यक्ति और उसके पुत्र को आरोपित किया था। महिला ने आरोप लगाया था कि दो सितंबर की सुबह आठ बजे वह ढाब में घास काटने गई थी। उसी समय उक्त व्यक्ति पहुंचकर छेड़खानी करने लगा। विरोध करने पर लाठी से बुरी तरह पिटाई कर दी, जिससे वह बेहोश हो गई। उसे मरा समझ लिया। उसी समय आरोपित का पुत्र पहुंचा।
दोनों वहां से भाग गए। महिला ने बताया है कि होश आने पर वह घर पहुंची। पहले पीएचसी व बाद में एसकेएमसीएच में उसका इलाज हुआ। इधर, बोचहां थानाध्यक्ष श्रीकांत ने बताया कि उनके पहले के थानाध्यक्ष के समय एफआईआर हुई थी। इसमें सभी धाराएं जमानतीय हैं। ऐसे में आरोपित को कैसे गिरफ्तार किया जा सकता है। महिला का जख्म प्रतिवेदन नहीं मिला है। उन्होंने महिला के आरोपों को गलत बताया।





