
हम किसी को निराश नहीं करते, सबके कार्ड...मरीन ड्राइव पर ठहाका गूंजा- नेताओं से जनता भी राजनीति खेल रही
संक्षेप: चुनाव करीब आता देख संभावित प्रत्याशी अपने क्षेत्र में संपर्क अभियान में जुटे हुए हैं। इधर मतदाता भी अपना पत्ता नहीं खोल रहे हैं। किसी भी नेता को निराश नहीं करते।
Bihar Election 2025: पब्लिक है सब जानती है भइया... तुम्हारी भी जय, उनकी भी जय। 55 वर्षीय शर्मा जी ने जैसे ही जुमला छोड़ा, उनके साथ चल रहे हरिराम किशोर जोर से बोले, भइया अभी त हमलोग सब वीआईपी ट्रीटमेंट में हैं। ऐसा लगता है कि हम ही सभी दल के तारणहार हैं। उनके इतना कहते ही कपड़ा व्यवसायी पंकज ने ठहाका लगाते हुए कहा कि भइया, हमलोग भी यही दिखाते हैं कि आप ही हमारे तारणहार हो। अब एतने दिन में इतनी राजनीति तो पब्लिक भी सीख गई है। शहर के मरीन ड्राइव पर इन दिनों सैर करते हुए बुजुर्ग, महिलाएं व युवा सेहत से अधिक शहर की राजनीति पर चर्चा कर रहे हैं।
टहलते हुए एक-दूसरे को बता रहे कि भइया अभी तो हमलोग वीआईपी ट्रीटमेंट में हैं। चिकित्सक डॉ. नीना कहती हैं कि हर दल वाले दरवाजे पर आ रहे हैं। हमारे मोहल्ले में कोई कार्ड बनवा रहा तो कोई योजनाओं की गारंटी का पर्चा दे रहा है। सब बनवा भी रहे हैं और भरोसा भी दे रहे हैं कि हमारा साथ तो आपको ही मिलेगा। इस बीच व्यवसाई रोहित ने भी अपनी बात रखी कि सर जी, हमलोग तो किसी को निराश नहीं करते हैं। उनके इतना कहते ही महिलाओं का ठहाका गूंज उठा। हंसते हुए बोलीं, हां जी-हम तो सबके कार्ड अपने पास रख कहते हैं कि बस आपसे ही बदलाव की आस है। आपलोग ही इसबार शहर की नैया पार लगाएंगे।
वोट तो किसी एक को ही जाएगा, जेब में आ रही तीन-चार कार्ड की गारंटी
सैर करते हुए 65 वर्षीय रंजन कुमार अपने अनुभव का बखान करते हुए साथियों को टोकते हुए कहते हैं कि आप लोग ज्यादा खुश मत होइए। ई सब जब तक चुनाव नहीं हो जाता है, तब तक चलता रहेगा। उनके इतना कहते ही गुप्ता जी तपाक से बोले कि अरे सर, ठीक है ना। इतना त हमलोग भी समझते हैं। हमलोग भी तो वोट किसी एक को ही देंगे ना मगर जनता जेब में तीन-चार कार्ड की गारंटी तो रख रही है ना। जो जीतेगा, उससे ही लाभ मिल जाएगा त क्या बुरा है।
अबतक बहन जी, इतनी टिप-टॉप टीम तो हमने कभी नहीं देखी
इस राजीनीतिक चर्चा में महिलाएं कहां पीछे रहनेवाली थीं। सेवानिवृत्त शिक्षिका अलका देवी ने अपने ज्ञान को सामने रखते हुए कहा कि अरे बहन जी, हमारे मुहल्ले में तो एकदम टिप टॉप युवाओं की टीम आती है और एटीएम जैसा कार्ड बनवा दे रही है। उनका कहना है कि बदलाव में हमलोग साथ दिए तो इसमें रोजगार के साथ कई अन्य गारंटी भी मिलेगी। उनके इतना कहते ही शर्मा जी ने कहा कि, हो आप ठीके कह रही हैं। लकड़ीढाई मोहल्ले में भी ऐसा ही कैम्प लगा था। हमलोग भी सपरिवार बनवा लिए हैं। अरे, हमलोग आपस में क्यों लड़ें। फायदा-वायदा कुछ होना नहीं है। जो दे रहा है, उसे जनता ले ले।





