2 लाख के लिए दोस्त ने किया व्यापारी का किडनैप, पुलिस को पता चला तो मारकर फेंका
पूर्वी चंपारण के चकिया के एक गल्ला व्यापारी को उसके दोस्त ने अन्य अपराधियों के साथ मिलकर किडनैप कर लिया। आरोपियों ने व्यापारी के परिजन से 2 लाख रुपये की फिरौती मांगी। परिजन ने पुलिस को शिकायत कर दी, तो किडनैपर्स ने व्यापारी को मारकर फेंक दिया।

बिहार में एक शख्स ने 2 लाख रुपये की फिरौती के लिए अपने व्यापारी दोस्त का किडनैप कर दिया। व्यापारी के परिजन ने पुलिस से शिकायत की तो अपहरणकर्ताओं ने उसे मारकर फेंक दिया। मृतक गल्ला व्यवसायी नीरज कुमार पूर्वी चंपारण (मोतिहारी) जिले के चकिया का रहने वाला था। किडनैपर्स ने पहले उसे गोली मारी और फिर गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। फिर शव को मुजफ्फरपुर जिले के पारू थाना क्षेत्र में फेंक दिया। चकिया पुलिस ने फिरौती के लिए आए कॉल के आधार पर व्यापारी के दोस्त शुभम समेत तीन शातिरों को गिरफ्तार किया है। फिरौती के लिए अपहरण और हत्या का मामले से व्यापारियों में दहशत का माहौल है।
व्यवसायी नीरज कुमार मूल रूप से कल्याणपुर थाना के परसौनी गांव का रहने वाले थे। चकिया थानेदार प्रवीण पांडेय ने बताया कि आरोपी शुभम एक हिस्ट्रीशीटर है। उसका नीरज के गांव में ममहर है। इस वजह से दोनों में दोस्ती थी। नीरज चकिया में गल्ला की दुकान चलाता था। शुभम ने अपने साथी अपराधियों के साथ मिलकर नीरज के अपहरण की साजिश रची।
नीरज को बाइक से ले गया शुभम, फिर किडनैपिंग
रविवार सुबह करीब 11 बजे कल्याणपुर जाकर नीरज को देवरिया इलाके में अनाज दिलवाने का झांसा देकर शुभम अपनी बाइक पर बैठाकर ले गया। रास्ते में एक बाइक पर तीन अन्य अपराधी भी साथ हो गए। इस तरह दो बाइक से चार अपराधी नीरज को लेकर देवरिया के लिए निकले। इसके बाद नीरज का अपहरण कर लिया गया। नीरज के ही मोबाइल से अपराधियों ने उसके घर पर कॉल कर दो लाख रुपये फिरौती की मांग की।
परिवार ने पुलिस को बताया तो किडनैपर्स ने व्यापारी को मार दिया
फिरौती का कॉल आने के बाद परिजनों ने शाम सात बजे चकिया थाने में अपहरण की शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने कॉल के लोकेशन के आधार पर छानबीन की। इस बीच नीरज के पिता ने पुलिस को बताया कि उसने शुभम को बाइक से ले जाते देखा था। पुलिस ने छापेमारी की लेकिन शुभम घर पर नहीं मिला। पुलिस ने उसकी मां को पूछताछ के लिए उठाया तो सोमवार अहले सुबह शुभम का सुराग मिल गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में उसने अपहरण और हत्या की सारी कहानी बताई। उसने अपने अन्य अपराधी साथियों का नाम भी बताया। थाने में शिकायत के एक घंटे बाद ही नीरज की हत्या कर दी गई। फिरौती के लिए परिजनों को कॉल आने के बाद पुलिस को सूचना शाम सात बजे दी गई। पुलिस में शिकायत की खबर अपराधियों को मिल गई थी।
इसके एक घंटे के बाद अपराधियों ने नीरज को पहले सिर में गोली मारी और उसके बाद गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। शुभम के अपहरण में शामिल होने के कारण पुलिस को आशंका हो गया था कि कोई परिचित अपहरण में है तो इसमें व्यवसायी का बचना मुश्किल हो जायेगा। इसलिए शिकायत मिलते ही पुलिस पूरी तरह से सक्रिय हो गई।




