
मेरे सिर पर पत्थर फेंक हत्या करना चाहते थे, बोले जीवेश मिश्रा- तेजस्वी को भेजूंगा नोटिस
संक्षेप: बिहार सरकार के मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा कि हमले के दौरान एक युवक मेरी गाड़ी के बोनट पर कूद गया और डंडे से मेरी गाड़ी का शीशा तोड़ दिया। बाद में उसने कहा कि मेरी माइक तोड़ दी गई है। उसने खुद अपने कपड़े फाड़कर व वीडियो बनाकर उसे वायरल कर दिया।
दरभंगा के जाले से विधायक सह बिहार के नगर विकास व आवास मंत्री जीवेश कुमार मिश्रा ने कहा है कि रविवार को सिंहवाड़ा प्रखंड के रामपट्टी में मेरी हत्या की साजिश रची गयी थी। बड़ा सा पत्थर मेरे सिर पर फेंककर मेरी हत्या करना चाहते थे। थाना प्रभारी ने वहां से निकालकर मेरी जान बचाई।
सोमवार को दरभंगा सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मंत्री ने कहा कि हमले के दौरान एक युवक मेरी गाड़ी के बोनट पर कूद गया और डंडे से मेरी गाड़ी का शीशा तोड़ दिया। बाद में उसने कहा कि मेरी माइक तोड़ दी गई है। उसने खुद अपने कपड़े फाड़कर व वीडियो बनाकर उसे वायरल कर दिया। मैंने पुलिस अधिकारियों से कहा है कि पूरे मामले का अनुसंधान करें।
मंत्री ने कहा, तेजस्वी को भेजूंगा मानहानि का नोटिस
मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा कि मेरे सवाल का जवाब तेजस्वी दें कि जब वही पत्रकार कह रहा है कि मंत्री जी सवाल का जवाब दिए बिना भाग गए तो फिर हमने उस पर हमला कैसे कर दिया।
दरभंगा में जीवेश मिश्रा की गाड़ी पर हमला
आपको बता दें कि मंत्री जीवेश कुमार मिश्रा रामपट्टी गांव में एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। इसी दौरान एक युवक माइक लेकर मंत्री के पास पहुंचा था और उसने मंत्री से पूछा था कि यह सड़क अब तक क्यों नहीं बनी? युवक को बताया गया था कि यह सड़क पास हो चुकी है। इसके बाद वहां हंगामा शुरू हो गया था और इसी दौरान किसी ने मंत्री की गाड़ी पर हमला कर दिया था जिससे उनकी गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई थी। किसी तरह जीवेश मिश्रा का काफिला गांव से निकल सका था।
तेजस्वी यादव ने क्या आरोप लगाया
इधर बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस पूरे घटनाक्रम के बाद अपने एक्स हैंडल पर एक वीडियो शेयर करते हुए आरोप लगाया था कि मंत्री जीवेश मिश्रा ने सवाल पूछने पर एक पत्रकार की पिटाई की थी। तेजस्वी ने यह भी आरोप लगाया था कि पत्रकार के साथ गाली-गलौज की गई थी। हालांकि, जीवेश मिश्रा ने इस आरोपों को खारिज कर दिया था।
मंत्री का यू-ट्यूबर को पीटना लोकतंत्र पर हमला : सहनी
इस विवाद पर विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक मुकेश सहनी ने कहा था कि नगर विकास व आवास मंत्री जीवेश कुमार द्वारा एक यू-ट्यूबर की पिटाई और गाली-गलौज करना लोकतंत्र पर हमला है। वीआईपी के कार्यकर्ता इस घटना के विरोध में मंत्री जीवेश कुमार का विरोध करेंगे।
उन्होंने कहा कि सहनी समाज से आने वाले यू-ट्यूबर की गलती मात्र इतनी थी कि उसने क्षेत्र की एक सड़क के निर्माण को लेकर प्रश्न पूछा था। उन्होंने कहा कि इस मामले की प्राथमिकी भी तब दर्ज हुई, जब विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव खुद थाना पहुंचे।
अब सरकार इतनी डर गई है कि पत्रकारों को भी नहीं बख्श रही है। ऐसे मंत्रियों और विधायकों को वीआईपी माफ नहीं कर सकती है। पार्टी कार्यकर्ता जीवेश मिश्रा का विरोध करेंगे।





