
तेजस्वी पागल हैं, लालू ने मुझे CM की कुर्सी से हटाया था; SC-ST वाले बयान पर जीतनराम मांझी का पलटवार
संक्षेप: तेजस्वी यादव के एससी-एसटी वाले बयान पर पलटवार करते हुए जीतनराम मांझी ने कहा कि तेजस्वी पागल हैं, उनके पिता ने मुझे दलित समझकर सीएम पद के हटवाया था। पहले कहते थे कि चूहा पकड़ने वाले, मेंढक खाने वालों, बकरी चराने वाले पढ़ना-लिखना सीखो। लेकिन अपने मंत्रिमंडल पर क्या किया?
केंद्रीय मंत्री सह गया सांसद और हम के संस्थापक जीतन राम मांझी ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को 'पागल' बताया है। तेजस्वी के 'बीजेपी-जेडीयू एससी-एसटी के प्रति नकारात्मक सोच रखती है' वाले बयान पर पलटवार करते हुए मांझी ने कहा कि 'तेजस्वी यादव पागल हैं, उनके पिताजी ( लालू यादव ) ने ही मुझे दलित समझकर मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाया था।' गया में सोमवार को मीडिया से बातचीत के दौरान ये बात कही।
जीतन राम मांझी ने लालू यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि वे पहले कहते थे कि 'चूहा पकड़ने वाले, मेंढक खाने वालों, बकरी चराने वाले पढ़ना-लिखना सीखो।' लेकिन अपने मंत्रिमंडल में क्या किए केवल चरवाहा विद्यालय खोला और लाठी में तेल पिलाया, लाठी भांजवाई। मांझी ने उस किस्से का भी जिक्र किया जब लालू यादव, जीतन मांझी को मुख्यमंत्री पद से हटाने के लिए 35 विधायकों के साथ राज्यपाल और महामहिम राष्ट्रपति के पास गए थे, कि जीतन मांझी को हटाओ। ये बातें तेजस्वी यादव भूल जाते हैं, लगता है उनका दिमाग इधर-उधर हो गया है।
जीतन मांझी ने ये बयान गया के दशरथ मांझी के गांव गहलौर, अतरी विधानसभा में हम के कार्यकर्ता सम्मेलन में दिया। इस दौरान उन्होने झकझोर झूमर प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। मांझी ने कहा कि हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के कार्यकर्ताओं का उत्साह देखकर लग रहा है कि बिहार में फिर से एनडीए की सरकार होगी।





