चुनाव आयोग का दावा- SIR पर राजनीतिक दलों की आपत्ति नहीं, तेजस्वी बोले- हम रोज शिकायत कर रहे
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके बीएलए और पदाधिकारियों की ओर से रोज वोटर लिस्ट रिवीजन को लेकर शिकायत की जा रही है। मगर उनकी शिकायतें स्वीकार नहीं की जा रही हैं।

बिहार में वोटर लिस्ट के स्पेशल इन्टेंसिव रिवीजन (SIR) पर जारी सियासी हंगामे के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर बड़ा आरोप लगाया है। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी ने बुधवार को कहा कि उनकी ओर से रोजाना चुनाव आयोग को शिकायत की जा रही है। मगर उनकी शिकायतों को स्वीकार नहीं किया जा रहा है और ना ही रिसीविंग दी जा रही है। दूसरी ओर, आयोग का कहना है कि बिहार में एसआईआर की ड्राफ्ट वोटर लिस्ट पर 1 अगस्त से दावा-आपत्तियां मांगी जा रही हैं। अब तक एक भी राजनीतिक दल ने दावा या आपत्ति दर्ज नहीं कराई है।
पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बुधवार को सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए दावा किया कि उनके (आरजेडी) के बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) और पदाधिकारी रोज चुनाव आयोग में शिकायत करते हैं। मगर इन शिकायतों को मंजूर नहीं किया जाता है।
उन्होंने कहा, “ये (चुनाव आयोग) रोज प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहते हैं कि राजनीतिक दलों ने कोई शिकायत नहीं की। झूठ बोलने में तो चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पीछे छोड़ दिया है। ये तो चुनाव आयोग का अजूबा है। ऐसा हमने कभी कहीं नहीं देखा है।”
राजनीतिक दलों से अभी तक कोई दावा-आपत्ति नहीं आई : चुनाव आयोग
चुनाव आयोग की ओर से बुधवार को दी गई जानकारी के अनुसार बिहार में 13 दिन बीत जाने के बावजूद एसआईआर को लेकर अब तक किसी भी राजनीतिक दल ने कोई भी दावा और आपत्ति दाखिल नहीं किया है। हालांकि, मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के क्रम में 18 साल से अधिक उम्र के अबतक 74,525 पात्र नागरिकों ने मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया है।
आयोग का कहना है कि अब तक 17,665 मतदाताओं द्वारा दावा एवं आपत्ति पेश करते हुए आवश्यक संशोधन के लिए आवेदन दिए गए हैं। उनमें से 454 शिकायतों का निपटारा निर्धारित अवधि सात दिनों के भीतर कर दिया गया है।




