वशीक अनवर हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने घटना के 17 दिन बाद किया है। इसमें पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि तीन आरोपी अभी भी फरार है।
मालूम हो कि कोचगामा वार्ड 10 निवासी मो. वशीक अनवर 4 सितंबर को घर से अचानक गायब हो गया था। 7 सितंबर को उसका शव नगर पंचायत के वार्ड 7 में हैया धार के किनारे एक झोपड़ी में क्षत विक्षत मिला था।
एएसपी रामानंद कुमार कौशल ने कहा कि वशीक की हत्या पांच लोगों ने मिलकर की थी। हत्या के कारण नाजायज संबंध होने की बात सामने आई है। कहा कि वार्ड 7 निवासी अकबर के यहां मो. वशीक का आना जाना था। जयपुर में भी वशीक और अकबर एक साथ रहते थे। अकबर के यहां आने-जाने के क्रम में उसके घर की एक महिला से मो. वशीक की नजदिकियां बढ़ गई थीं। इसकी भनक अकबर को लग गई। इसके बाद अकबर ने योजना बनाकर चार अन्य साथियों के साथ मिलकर वशीक की हत्या कर दी। इस मामले में पुलिस ने अभी मो. असलम और मो. कुरबान को गिरफ्तार किया गया है।
बताया कि पांचों शातिर बदमाश रात में वार्ड 7 स्थित मिश्रीलाल यादव की झोपड़ी में जुटे और पहले कोल्ड ड्रिंक में नाईट्रोसेन टैबलेट मिलाकर वशीक को पिलाया। जब वह बेहोश हो गया तो उसकी गला काटकर हत्या कर दी और पेट्रोल चेहरे पर छिड़क कर उसके शरीर पर पास में रखे खर के टाट से ढंक दिया।
एएसएपी ने बताया कि 8 सितंबर को मृतक के परिजन ने केस दर्ज कराया था। इसमें अकबर अली, नदीम नसीम अख्तर, अफजल हुसैन सहित तीन अज्ञात लोगों को नाजमद किया गया था। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नदीम नसीम अख्तर और अफजल हुसैन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अब पुलिस के हत्थे मो. असलम और मो. कुरबान भी चढ़ गया है, जबकि तीन अन्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।