जिले को छह एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस मिली
जिले के विभिन्न अस्पतालों में जर्जर एंबुलेंस की जगह अब नई एंबुलेंस दिखेगी। बिहार सरकार ने पहले फेज में जिले को 11 एंबुलेंस उपलब्ध कराया है। इसमें छह...
सुपौल । हिन्दुस्तान संवाददाता
जिले के विभिन्न अस्पतालों में जर्जर एंबुलेंस की जगह अब नई एंबुलेंस दिखेगी। बिहार सरकार ने पहले फेज में जिले को 11 एंबुलेंस उपलब्ध कराया है। इसमें छह एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस (एएलएसए) और चार बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस (बीएएलएसए) है। इसके अलावा एक शव एंबुलेंस भी शामिल है। सभी एंबुलेंस जीपीएस और टैब से लैस है ताकि कहीं से इसकी मॉनिटरिंग की जा सके।
फिलहाल सभी एंबुलेंस को सदर अस्पताल में रखा गया है। कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद संबंधित प्रखंडों में भेजा जाएगा। जिला स्वास्थ्य समिति से मिली जानकारी के मुताबिक सड़क दुर्घटना वाले क्षेत्रों को प्राथमिकता के तौर पर एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस उपलब्ध कराया जाएगा। अन्य अस्पतालों में बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस दिया जाएगा। एंबुलेंस कंट्रोलर मृत्युंजय झा ने बताया कि सदर अस्पताल में दो, त्रिवेणीगंज-छातापुर-निर्मली और राघोपुर में एक-एक एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस आवंटित किया जाएगा। जबकि त्रिवेणीगंज, प्रतापगंज, बसंतपुर और राघोपुर में एक-एक बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस दिया जाएगा। एंबुलेंस के क्रियान्वयन के लिए कुछ ईएमटी को पटना में ट्रेनिंग भी दिया गया है जो एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस पर कार्यरत रहेंगे। शेष बचे ईएमटी को प्रशिक्षण देने के लिए स्वास्थ्य विभाग के स्तर से पहल की जा रही है।
वेंटिलेटर से लैस है एंबुलेंस: एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है। इसमें ऑक्सीजन की सुविधा के साथ-साथ वेंटीलेटर, डिफिब्रीलेटर सह कॉर्डियक मॉनिटर, सेन्ट्रल वेन कैथेटर्स सहित अत्याधुनिक सुविधा उपलब्ध है। जबकि बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस में भी कई तरह की मशीनें उपलब्ध कराई गई हैं। इन सभी एंबुलेंस में इमरजेंसी ड्रग्स के अलावा अन्य उपकरण भी उपलब्ध कराया गया है।
गर्भवती, शिशुओं, गंभीर रूप से बीमारों को होगा फायदा
सीएस डॉ. मिहिर झा ने कहा कि इन एंबुलेंसों के परिचालन से आपात कालीन स्वास्थ्य परिवहन सेवा में गुणात्मक सुधार होगा और आम लोगों को इसका काफी लाभ मिलेगा। बताया कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के मरीजों को समय सीमा के अंदर आपात कालीन स्वास्थ्य परिवहन सेवा उपलब्ध होने से काफी सहूलियत होगी। ग्रामीण क्षेत्रों की गर्भवती माताओं, बीमार शिशुओं, गंभीर रूप से बीमार मरीजों और दुर्घटनाग्रस्त मरीजों की इससे तत्काल स्वास्थ्य सहायता उपलब्ध हो सकेगी।
102 व 112 पर करें कॉल
सरकारी एंबुलेंस सेवा के लिए मरीज और उसके परिजन टॉल फ्री नंबर 102 पर कॉल कर सकते हैं। इसके अलावा पुलिस विभाग के आपातकालीन नंबर 112 पर कॉल कर भी इस एंबुलेंस की सेवा ली जा सकती है। जिला स्वास्थ्य समिति के मुताबिक जिले में नये फिलहाल 25 एंबुलेंस संचालित हैं।
