सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल का जल पहुंचाने का समय सीमा खत्म हो गया है। अब इसकी जांच प्रक्रिया भी शुरू हो गई है लेकिन अब भी 20 फीसदी से अधिक वार्डों में योजना का काम अधर में लटका हुआ है। कहीं पाइप बिछाने का काम पूरा नहीं हुआ तो कई जगह पाइप बिछाने के बाद महीनों से लाभुक टोटी लगने का इंतजार कर रहे हैं। विभागीय आंकड़ों की मानें तो अब तक जिले के 2529 वार्डों में से दो हजार वार्डों में ही पानी की सप्लाई शुरू हो सकी है। अगर धरातल पर देखें तो स्थिति और भी खराब है। सदर प्रखंड के छपकाही निवासी बिंदेश्वरी पासवान ने बताया कि उनके आंगन में करीब दो महीने पहले ही पाइप बिछा बिछा है लेकिन अब तक ना तो टोटी लगाई गई और ना ही पाइप का कनेक्शन जोड़ा गया है। सुखपुर निवासी विष्णु कुमार ने बताया कि पाइप बिछाए करीब दो महीने से अधिक समय बीत गए हैं लेकिन ना तो ठेकेदार का पता है और ना पानी दिया जा रहा है। सितंबर तक ही काम पूरा करने का था समय: सरकार की ओर से नल जल योजना का काम सितंबर तक पूरा करने का समय निर्धारित किया गया था। इसके बाद काम पूरा नहीं होने पर विभाग ने दावा किया था कि अक्टूबर अंतिम तक काम पूरा कर दिया जाएगा। अब नवंबर बीतने को है बावजूद इसके काम कछूए की गति से चल रहा है। इससे लोगों में भी आक्रोश है। लोगों का कहना है विभागीय अनदेखी के कारण किश्तों में काम हो रहा है। उन्होंने बताया कि चार महीने पहले पाइप बिछाया गया। इसके बाद डेढ़ महीने बाद स्टैंड लगाया गया। अब यह नहीं पता कि कब टोटी लगाई जाएगी तो कब पानी मिलेगा। तेजी से हो रहा काम, जल्द मिलेगा लोगों को लाभ:पीएचईडी ईई विपुल कुमार नंदन ने बताया कि बारिश के मौसम के कारण कार्य की गति धीमी हुई थी लेकिन अब तेजी से काम किया जा रहा है। जल्द ही लोगों को शुद्ध पेयजल की सुविधा मिलेगी। जहां काम पूरा हो चुका है वहां जांच चल रही है।सदर प्रखंड के छपकाही मोहल्ले में बिना टोटी का लगा स्टैंड। फोटो: हिन्दुस्तान
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