सड़क निर्माण अधूरा रहने से आक्रोश
प्रखंड क्षेत्र के योगियाचाही लघु नहर से मचहा सीमा तक सड़क विभागीय लापरवाही और ठेकेदार की लेटलतीफी से तीन साल बाद भी नहीं बन पाया...
प्रखंड क्षेत्र के योगियाचाही लघु नहर से मचहा सीमा तक सड़क विभागीय लापरवाही और ठेकेदार की लेटलतीफी से तीन साल बाद भी नहीं बन पाया है।
मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना से बन रही यह सड़क 6 जनवरी 2018 से शुरू होकर 5 मई 2019 तक बनना था जो अक्टूबर 2020 तक आधी-अधूरी है। इसके खिलाफ बुधवार को ग्रामीणों का गुस्सा भड़क उठा। गुस्साए ग्रामीणों ने मयूरवा गांव में जमा होकर विभाग और ठेकेदार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
ग्रामीण गणेश यादव, दिलीप यादव, लालदेव यादव, विजय यादव ने बताया कि एक तो ठेकेदार ने काम में ढिलाई बरती और जब उन्होंने काम शुरू किया सड़क के पांच किलोमीटर दायरे में जेसीबी से मिट्टी हटा दिया था। लेकिन काम शुरू करने के बजाय ठेकेदार कान में तेल डाल कर सो गया है। सड़क में जगह-जगह मिट्टी हटाने से बरसात के समय सड़क पर कीचड़ और पानी जमा होने से आवागमन लगभग एक साल तक बाधित रहा। सुखाड़ के दिनों में सड़कों पर धूल उड़ने से आसपास रह रहे ग्रामीणों को परेशानी होती है। मामले को लेकर ग्रामीण विनोद यादव ने इसकी शिकायत लोक शिकायत कार्यालय में की। जहां से ठेकेदार को काम पूरा करने का आदेश दिया गया। इस बीच ठेकेदार ने सड़क पर गिट्टी डालकर फिर अपने काम को रोक दिया। गीता देवी, रेखा देवी, मंजू देवी, गुजिया देवी, फुल कुमारी देवी और जयमाला देवी ने बताया कि सड़क पर बिछी गिट्टी पर गिर कर कई लोग घायल हो गए थे। इस बीच ठेकेदार से आग्रह करने के बाद भी ना तो उन्होंने कोई सड़क बनाने में दिलचस्पी दिखाई और ना ही काम शुरू किया। उधर, आरडब्ल्यूडी के जेई सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने बताया कि दुर्गा पूजा के बाद सड़क में ढलाई और कालीकरण का काम शुरू कर दिया जाएगा।
मयूरवा गांव में बुधवार को ठेकेदार व विभाग के खिलाफ प्रदर्शन करते लोग।