कार चोरी का न केस दर्ज न साक्ष्य पर भेज दिया जेल
अज्ञात विवाहिता की हत्या के मामले में एक निर्दोष परिवार को महीनों जेल में रखने को लेकर चर्चित हुए सदर थाना के बाद अब पिपरा पुलिस भी कुछ ऐसा ही करना चाह रही है। पिपरा थाना की पुलिस ने एक ऐसी कार के...
अज्ञात विवाहिता की हत्या के मामले में एक निर्दोष परिवार को महीनों जेल में रखने को लेकर चर्चित हुए सदर थाना के बाद अब पिपरा पुलिस भी कुछ ऐसा ही करना चाह रही है। पिपरा थाना की पुलिस ने एक ऐसी कार के साथ युवक को पकड़कर जेल भेज दिया है जिस कार की न तो चोरी होने की कहीं रपट लिखायी गयी है न ही अभी तक चोरी का कोई साक्ष्य मिला है।
दलील दी जा रही है कि युवक कार चुराकर लाया है और अब दूसरे को बेचने की फिराक में था। पिपरा थाने के सअनि अवधेश यादव शुक्रवार की रात साढ़े 9 बजे लिटियाही गांव पहुंचते हैं। वहां सड़क किनारे खड़ी दिल्ली नंबर की एक होंडा सिटी कार डीएल 7 सीएफ 0329 के साथ एक युवक आकाश मंडल को पकड़कर थाने लाया जाता है। इसके बाद बजाप्ता सअनि श्री यादव के आवेदन पर आकाश के खिलाफ केस दर्ज किया जाता है।
केस का आईओ फगेन्द्र कुमार को बनाया जाता है। इसके बाद शनिवार को कोर्ट में पेश कर उसे देर शाम जेल भी भेज दिया जाता है। पुलिस का कहना है कि युवक दिल्ली से कार चुराकर लाया था और यहां किसी को बेचने का प्रयास कर रहा था।
मजे की बात है कि जिस कार का जिक्र पुलिस कर रही है, उसके चोरी होने की शिकायत न तो दिल्ली के किसी थाना में दर्ज की गयी है और न ही यहां चोरी की बार किसी ने बेचने की शिकायत पुलिस से किसी ने की थी।
कार मालिक से युवक ने दिलाये थे सारे साक्ष्य: उधर, युवक का कहना था कि उसने दिल्ली के कार मालिक सुरेश जोशी से कार खरीदने के सारे साक्ष्य पुलिस को उपलब्ध कराये। उसने 15 दिन पहले कार खरीदी थी लेकिन अभी तक रजिस्ट्रेशन अपने नाम नहीं कराया था। आकाश ने सुरेश जोशी से पुलिस की बात तक करा दी। उन्होंने भी इस बात की पुष्टि करते हुए आकाश को कार बेचने की बात कही। साथ ही पहचान के लिए अपना आधार कार्ड और अन्य कागजात भी वाट्सएप पर भेजे। बावजूद पुलिस ने सुरेश जोशी और आकाश की एक नहीं सुनी।
चोरी की कार के शक के आरोप में पकड़े युवक को ले जाती पुलिस। फोटो: हिन्दुस्तान