ईंट भट्ठा संचालकों ने की हड़ताल
राज्य सरकार द्वारा ईंट भट्ठा चलाने के लिए खनन विभाग द्वारा ईंट और मिट्टी पर लगाये गये ई चलान के विरोध में जिले के सभी ईंट भट्ठा संचालक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये। इस कारण लोगों को भारी परेशानी का...
सुपौल | निज संवाददाता
राज्य सरकार द्वारा ईंट भट्ठा चलाने के लिए खनन विभाग द्वारा ईंट और मिट्टी पर लगाये गये ई चलान के विरोध में जिले के सभी ईंट भट्ठा संचालक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये। इस कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पहले बालू को लेकर लोग परेशान थे अब ईंट नहीं मिलने के कारण कई लोगों का घर अर्द्धनिर्मित पड़े हुए हैं। मंगलवार को ईंट भट्ठा संचालकों ने डीएम से मिलकर पांच सूत्री मांगों का एक ज्ञापन सौंपा। दिये गये ज्ञापन में ई चलान को वापस लेने, जीएसटी टैक्स देने के बावजूद ई चलान लेने का औचित्य नहीं है। इसके अलावा मिट्टी के खेतों और ईंट भट्ठा पर कम्प्यूटर की सुविधा, बिजली, इंटरनेट की सुविधा और कम्प्यूटर ऑपरेटर की सुविधा एक बड़ी चुनौती है। ऐसी स्थिति में ई चलान जेनरेट करना कठिन है। संचालकों ने कहा कि बिना ई चलान के मिट्टी लदे वाहन और ईंट भट्ठा मालिकों पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी। इससे इंस्पेक्टर राज बढ़ जायेगा और संचालक कानूनी झंझटों में उलझे रह जायेंगे। मौके पर मो. जमालउद्दीन, सचिन माधोगड़िया, कुलदीप चौधरी, राधेश्याम अग्रवाल, सुभाष यादव, बंटी अग्रवाल, अशोक चौधरी, राजेन्द्र यादव, मनीष चौखानी, निर्मल केजरीवाल, रामचन्द्र सिंह, जयशंकर, कुमार साह आदि थे। डीएम को ज्ञापन सौंपकर लौटते ईंट भट्ठा संचालक। फोटो: हिन्दुस्तान