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जिले में 334 किमी लंबी होगी मानव शृंखला

दहेज प्रथा और बाल विवाह उन्मूलन को लेकर 21 जनवरी को राज्यव्यापी मानव शृंखला का निर्माण किया जायेगा। इस अभियान के तहत सुपौल जिले में लगभग 334 किमी लंबी मानव श्रृंखला का निर्माण होगा। जिले में मानव...

जिले में 334 किमी लंबी होगी मानव शृंखला
हिन्दुस्तान टीम,सुपौलWed, 17 Jan 2018 12:01 AM
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सुपौल | हिन्दुस्तान प्रतिनिधि

दहेज प्रथा और बाल विवाह उन्मूलन को लेकर 21 जनवरी को राज्यव्यापी मानव शृंखला का निर्माण किया जायेगा। इस अभियान के तहत सुपौल जिले में लगभग 334 किमी लंबी मानव श्रृंखला का निर्माण होगा। जिले में मानव शृंखला निर्माण को लेकर की जा रही तैयारी की समीक्षा मंगलवार को कलेक्ट्रेट के टीसीपी भवन में की गयी। डीएम बैद्यनाथ यादव की अध्यक्षता हुई बैठक में सभी एसडीएम को अपने अनुमंडल क्षेत्र में मानव शृंखला के रूट को अंतिम रूप देने का निर्देश दिया गया। मानव शृंखला के निर्माण के लिये प्रत्येक 50 और 100 मीटर पर समन्वयक, हर एक किलोमीटर पर सेक्टर और हर 5 किलोमीटर पर जोनल पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया जायगा। शिक्षा विभाग, जीविका, आंगनबाड़ी केन्द्र आदि के माध्यम से प्रतिभागियों की सूची को अंतिम रूप से तैयार करने का निर्देश दिया गया है। मानव शृंखला निर्माण में कक्षा छह और इससे ऊपर की कक्षा के विद्यार्थी को ही शामिल किया जाएगा। मानव शृंखला में अधिक से अधिक लोंगों की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए गांव स्तर पर जागरुकता चलाने का निर्देश दिया गया। जिला स्तर से जागरुकता अभियान के लिये विभिन्न तरह की गतिविधियों का कैलेन्डर तैयार करने का भी निर्देश दिया गया। निर्धारित कैलेन्डर के आधार पर पंचायत, प्रखंड, अनुमंडल और जिला स्तर पर विभिन्न तरह की गतिविधियों का आयोजन किया जायगा। सभी बीडीओ और एसडीएम को अपने क्षेत्र में विभिन्न स्तरों पर बैठक करके सफल आयोजन के लिये कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। अनुमंडल क्षेत्र में हर हाल में अधिक से अधिक लोग मानव शृंखला में शामिल कराने पर बल दिया गया। इसके लिए पंचायत और गांव स्तर पर जाकर साइकिल रैली, प्रचार प्रसार, दीवार लेखन करने, पंचायत के लोगों में इसके प्रति अधिक से अधिक जागरुकता फैलाने और पंचायत स्तर पर स्थानीय कलाकारों की मदद से नुक्कड़ नाटक कर लोगों को जागरूक करने की बात कही गयी। बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ मानव शृंखला में अधिक से अधिक महिलाएं और लड़कियों को शामिल करने पर भी जोर दिया गया। मौके पर एसपी मृत्युंजय कुमार चौधरी, डीडीसी डॉ. नवल किशोर चौधरी, एडीएम अजय कुमार झा, डीटीओ अरूण सिंह, सिविल सर्जन डॉ. घनश्याम झा, डीएसओ शैलेन्द्र कुमार, डीपीआरओ बीके लाल, डीपीओ आईसीडीएस अरूण कुमार, एसडीएम नदीमुल गफ्फार सिद्दीकी, सुभाष कुमार, विनय कुमार सिंह, अरूण कुमार, एडीपीओ विद्यसागर, जितेन्द्र कुमार, सुधीर कुमार, डीईओ गोपीकांत मिश्र सहित सभी बीडीओ सहित अन्य लोग मौजूद थे।

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