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दहेज लेकर कोई अमीर नहीं होता: डीएम

दहेज प्रथा और बाल विवाह को लेकर 21 जनवरी को होने वाली मानव शृंखला की सफलता को लेकर मंगलवार को प्रखंड मुख्यालय परिसर में जनप्रतिनिधियो, सेविका, सहायिका, आशा, जीविका की बैठक हुई। डीएम बैद्यनाथ यादव ने...

दहेज लेकर कोई अमीर नहीं होता: डीएम
हिन्दुस्तान टीम,सुपौलWed, 17 Jan 2018 12:03 AM
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किशनपुर/मरौना | हिटी

दहेज प्रथा और बाल विवाह को लेकर 21 जनवरी को होने वाली मानव शृंखला की सफलता को लेकर मंगलवार को प्रखंड मुख्यालय परिसर में जनप्रतिनिधियो, सेविका, सहायिका, आशा, जीविका की बैठक हुई। डीएम बैद्यनाथ यादव ने कहा आज तक दहेज लेकर कोई धनी नहीं हुआ इसलिए लड़के वालों को मानसिकता बदलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कम उम्र में बेटी की शादी कर उनके बचपन के साथ खिलवाड़ करने की इजाजत कानून भी नहीं देता है। इसलिए इसकी छूट भी किसी को नहीं दी जाएगी। डीएम के कहा कि अब दहेज लेन-देन और 18 साल से कम उम्र में लडकी की शादी पर रोक लगायी जायेगी। उन्होंने कहा कि दहेज के कारण गरीब पिता अपनी बेटी की शादी नहीं कर पाते है और यदि आगे पीछे दहेज देने की बात कह बेटी की शादी कर भी लेते हैं। दहेज नहीं देने पर ससुराल वालों के द्वारा बेटी की हत्या तक भी कर दी जाती है। इस सामाजिक कुरीतियों को जड़ से समाप्त करने के लिए सभी को आगे आना होगा।मौके पर डीआरडीएम निदेशक विश्वजीत हेगरी, एसडीओ नदीमुल गफ्फार सिद्दीकी, बीडीओ अलीसा कुमारी, प्रमुख विजय कुमार यादव, थानाध्यक्ष चंदन कुमार, जिला परिषद सदस्य रमेश ठाकुर, जीविका के पवन कुमार, बीएसओ रामानुज सिंह, कल्पना झा, अंशु अनुपमा, मुखिया मोहम्मद नईमुद्दीन, बबलु पासवान, बिजली सिंह, प्रेम शंकर झा, देवकृष्ण यादव सोनू झा, सीओ अजीत कुमार लाल, नीलम सिंह, रामचंद्र यादव, बिंदेश्वर ठाकुर, विभाष झा, सीडीपीओ नंदिता कुमारी व्यास, कंचन कुमारी आदि मौजूद थे। मरौना से एसं के अनुसार मानव शृंखला की तैयारी को लेकर सोमवार को अनंत हाई स्कूल गनौरा परसौनी के परिसर में पंचायत जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, कर्मचारियों और जीविका दीदियों की बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता डीएम बैजनाथ यादव ने की। डीएम श्री यादव ने कहा कि दहेज प्रथा और वाल विवाह कानून अंग्रेज के समय में 1929 में ही बना। 2006 में अधिनियम बना और 2010 में पूरी तरह कानून लागू हो गया। लेकिन लोगों ने आज तक इस महत्वपूर्ण कानून को लागू नहीं होने दिया। बेटा के विवाह में दहेज लेना और बेटी के विवाह में दहेज चुकता करना परम्परा बनाये रखा गया है। बेटियां इस कुप्रथा के जुल्म का शिकार बनती है। इस कलंक को समाज से मिटाना होगा। उन्होंने लोगों से मानव शृंखला में भाग लेने की अपील की। मौके पर एसडीएम अरुण कुमार सिंह, एलआरडीसी अखिलेश कुमार वर्मा, एसडीपीओ संतोष कुमार, एसईओ संतोष कुमार, डीपीओ अमर भूषण, बीडीओ डॉ. मणिमाला कुमारी, प्रमुख विद्या देवी, बीईओ शिवजी मंडल, जितन्द्र यादव, अमरदेव कामत, एजाजुल हक, जयप्रकाश यादव, डॉ.राजीव रंजन, भरत यादव, जगदीश यादव, रामविलाश शर्मा, मुखिया कपिलेश्वर यादव आदि मौजूद थे।प्रखंड मुख्यालय परिसर में मंगलवार को आयोजित बैठक में मौजूद लोग।

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