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लालू और तेजस्वी के करीबी हैं नीतीश सरकार के नए मंत्री सुरेंद्र यादव, संसद में फाड़ दी थी बिल की कॉपी

बेलागंज के विधायक सुरेंद्र यादव आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव के करीबी माने जाते हैं। नितीश सरकार के नए मंत्री सुरेंद्र यादव के खिलाफ 3 दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं।

लालू और तेजस्वी के करीबी हैं नीतीश सरकार के नए मंत्री सुरेंद्र यादव, संसद में फाड़ दी थी बिल की कॉपी
Abhishek MishraTeam Live Hindustan,DelhiTue, 16 Aug 2022 11:59 AM

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नितीश कुमार की नई सरकार में मंत्री बने सुरेंद्र यादव बेलागंज से विधायक हैं। पिछले 30 साल से बेलागंज के विधायक सुरेंद्र यादव की पहचान एक दबंग विधायक और बिहार राजनीति के ताकतवर चेहरे के रूप में की जाती है। अब तक सुरेंद्र यादव 2 बार जनता दल और 5 बार आरजेडी से विधायक रहे हैं। इलाके में हर तरीके से अपनी राजनैतिक छवि मजबूत रखने वाले सुरेंद्र यादव को हर बार जीत ही मिली है भले ही किसी भी पार्टी का कोई भी प्रत्याशी उनके सामने रहा हो। सुरेंद्र प्रसाद यादव राष्ट्रीय जनता दल क प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी के करीबी माने जाते हैं। 

दबंग नेता के रूप में है पहचान 
 सबसे पहले दबंग नेता के रूप में सुरेंद्र यादव ने सुर्खियां 1991 में बटोरीं जब 1991 संसदीय चुनाव के दौरान पूर्व विधायक जयकुमार पलित को पीटने के आरोप उन पर लगे। साल 1998 में जहानाबाद से लोकसभा सीट से  13 महीने सांसद भी रहे। उस समय उपप्रधानमंत्री रहे लालकृष्ण आडवाणी के हाथों से महिला आरक्षण बिल छीनकर फाड़ देने के वाकिये से सुरेंद्र यादव के पहचान एक दबंग नेता के रूप में हो गयी। हालांकि इसके बाद सुरेंद्र दोबारा सांसद नहीं बन पाए। सुरेंद्र यादव के खिलाफ 3 दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। इन मामलों में कई मामले हत्या के प्रयास, आपराधिक साजिश और दंगे से भी संबंधित हैं।

ऐसा शुरू किया था राजनीति का सफर 
साल 1959 में सुरेंद्र का जन्म एक किसान परिवार में हुआ था। सुरेंद्र की शुरुआती शिक्षा गया से हुई। 22 साल की उम्र में 1981 में सुरेंद्र लालू यादव के संपर्क में आये। उस समय लालू लोकदल पार्टी के सदस्य थे। 1985 में लोकदल से जहानाबाद सीट पर लोकसभा चुनाव में टिकट मिला पर सुरेंद्र जीत नहीं सके। इसके बाद 1990 में बेलागंज विधानसभा क्षेत्र से 55000 वोटों से अधिक वोटों से जीत दर्ज की। अब तक सुरेंद्र को बेलागंज सीट से कभी हार का सामना नहीं करना पड़ा है भले ही सामने किसी भी पार्टी का कोई भी प्रत्याशी सामने रहा हो। समय के साथ लालू यादव और अब उनके बेटे तेजस्वी के करीबी लोगों में से एक के रूप में सुरेंद्र प्रसाद यादव की पहचान है। 

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