मुकेश सहनी ने भी दिया नीतीश कुमार का साथ, कहा- पूरे देश में जातीय जनगणना होनी चाहिए
बिहार सरकार में मंत्री और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुर में सुर मिलाते हुए देश में जातीगत जनगणना करवाने की बात कही है। मुजफ्फरपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए सहनी ने...
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बिहार सरकार में मंत्री और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुर में सुर मिलाते हुए देश में जातीगत जनगणना करवाने की बात कही है। मुजफ्फरपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए सहनी ने कहा कि पूरे देश में जातीय जनगणना होनी चाहिए।
मुकेश सहनी ने आगे कहा कि आज उनके पास मत्स्य और पशु विभाग है। जब हम पशु की गणना कर रहे हैं तो निश्चित रूप से जातीय जनगणना भी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि किस जाति के कितने लोग हैं और उनकी आर्थिक स्थिति क्या है, ये सब जानकारी होनी चाहिए।
वीआईपी प्रमुख ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो-दो बार विधानसभा से प्रस्ताव पास करवा कर केंद्र सरकार को पत्र भेजा है। ऐसे में हम चाहते हैं कि न केवल राज्य में बल्कि पूरे देश में जातीय जनगणना कराई जाए। किस जाति और किस धर्म के कितने लोग हैं, क्या उसकी आर्थिक स्थिति है. लिहाजा देश भर में जातीय जनगणना होनी चाहिए।
फोन टैपिंग मामले में सच सामने आना चाहिए: उपेन्द्र
बिहार यात्रा के क्रम में भागलपुर पहुंचे जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मंगलवार को कहा कि फोन टैपिंग मामले की सच्चाई देश जानना चाहती है। इसकी जांच कराकर सच जनता को बताना चाहिए। भागलपुर सर्किट हाउस में उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जातीय जनगणना की मांग वर्षो पुरानी है। 1931 की जनगणना के आधार पर सरकार की योजना बने तो यह त्रुटिपूर्ण है। 2021 में नहीं हुई तो फिर 2031 में जनगणना होगी। इस दौरान काफी वक्त लग जाएगा। प्रधानमंत्री से आग्रह है कि इस मांग को माना जाए। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि नरेंद्र मोदी अच्छे प्रधानमंत्री हैं। अच्छा काम कर रहे हैं। हमलोगों का समर्थन उन्हें है। देश में नरेंद्र मोदी के अलावा भी कई नेता हैं, जिनमें प्रधानमंत्री बनने के गुण हैं। उनमें से नीतीश कुमार शीर्ष पर हैं।