विधानसभा में नीतीश की संभावित नई सरकार के फ्लोर टेस्ट के लिए स्पीकर विजय सिन्हा फिट, कोविड नेगेटिव हुए
बिहार में मची राजनीतिक उथल-पुथल के बीच यदि विधानसभा में फ्लोर टेस्ट जैसी स्थिति आती है तो यह सब कुछ स्पीकर विजय सिन्हा की ही देखरेख में होगा। शनिवार को कोविड पॉजिटिव पाए गए सिन्हा अब फिट हैं।

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बिहार में राजनीतिक उथल-पुथल अपने चरम पर है। सीएम नीतीश कुमार ने राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है। इस बीच सीएम नीतीश कुमार और जेडीयू की बीजेपी से नाराजगी की बड़ी वजहों में से एक विधानसभा स्पीकर विजय कुमार सिन्हा कोविड निगेटिव हो गए हैं। उन्हें पिछले शनिवार को ही कोविड पॉजिटिव पाया गया था। सिन्हा का कहना है कि उन्हें चार-पांच दिनों से छींक आने जैसे बेहद मामूली लक्षण थे।
उन्होंने कहा-'मुझे कोविड जैसा महसूस भी नहीं हुआ। मैंने इसे सीजन का असर माना। हालांकि एक दिन जब अन्य लोगों की जांच हो रही थी तो मैंने भी अपना नमूना दे दिया जो पॉजिटिव आया। लेकिन आज मैंने दोबारा अपना नमूना दिया क्योंकि मैं कोई दिक्कत नहीं महसूस कर रहा था। अब यह निगेटिव आया है।' विजय सिन्हा ने कहा कि 2020 में भी उनके साथ कुछ ऐसा ही हुआ था। तब उन्हें एम्स दिल्ली में भर्ती कराया गया था। उन्होंने कहा- 'अब मैं बिल्कुल ठीक महसूस कर रहा हूं और काम करना शुरू कर दिया है।
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हालांकि बिहार के ताजा राजनीतिक घटनाक्रम के बीच विजय सिन्हा का कोविड निगेटिव होने का भी काफी मतलब है। यदि राज्य के राजनीतिक हालात यूं ही बदलते रहे और कहीं सदन में बहुमत साबित करने की स्थिति आती है तो फिर विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका काफी की महत्वपूर्ण हो जाती है।
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ऐसी स्थिति में यदि स्पीकर बीमार पड़ जाए तो फिर डिप्टी स्पीकर सदन का काम सम्भालते हैं। इस समय विधानसभा में डिप्टी स्पीकर जेडीयू के महेश्वर हजारी हैं। बीजेपी कभी नहीं चाहेगी कि महत्वपूर्ण राजनीतिक हालात के बीच ऐसी कोई नौबत आए।