Hindi Newsबिहार न्यूज़Video Alcoholics are tested by blowing on paper doctor tells by smelling whether they are drunk or not in Raxaul

Video: कागज में फूंक मरवाकर शराबियों की जांच, सूंघ कर डॉक्टर ने बता दिया- पी रखी है या नहीं

बिहार के रक्सौल में हिरासत में लिए गए कुछ लोगों को कागज में फूंक मरवाकर शराब पीने की जांच की गई। वहीं कागज को सूंघकर डॉक्टर ने भी बताया कि किन लोगों ने शराब पी है।

हिन्दुस्तान रक्सौलWed, 1 Nov 2023 12:16 PM
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पूर्ण शराबबंदी वाले बिहार में आए दिन शराबियों की गिरफ्तारी हो रही है। कई शराब धंधेबाज की कानूनी शिकंज में आ रहे हैं। इस बीच एक ऐसा वाकया सामने आया है, जिसे जानने के बाद आप भी हैरान हो उठेंगे। दरअसल, रक्सौल में पकड़े गए शराबियों को गिरफ्तार कर जांच कराने का मामला सवालों के घेरे में आ गया है। अस्पताल में मेडिकल टीम द्वारा कागज की कुप्पी बनाकर उसमें फूंकने और फिर उस कुप्पी को सूंघकर शराब की पुष्टि की गई। वहीं पकड़े गए शराबियों को हथकड़ी पहनाकर रक्सौल अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया। इसमें 9 लोगों को शराब सेवन की पुष्टि के बाद जेल भेज दिया गया। जबकि 2 लोगों की शराब सेवन की पुष्टि मेडिकल जांच में नहीं हुई।

यह वाकया 30 अक्टूबर का है। अस्पताल में जहां ब्रेथ एनलाइजर नहीं होने के कारण देसी जुगाड़ तकनीक से शराब सेवन की जांच की गई है। इससे शराब की प्रतिशतता की समझ दूर-दूर तक नहीं आ सकेगी, क्योंकि इसके लिए ब्लड सैंपल लेकर जांच जरूरी है, जो मुजफ्फरपुर लैब में ही संभव है। यह प्रकरण अब हास्यास्पद का विषय बना हुआ है।

इस संबंध में जब अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ राजीव रंजन से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि ब्रेथ एनालाइजर या फिर शराब की पुष्टि करने की संसाधन हमारे यहां उपलब्ध नहीं है। वहीं, रक्सौल थाना इंस्पेक्टर  नीरज कुमार ने बताया की रक्सौल थाना का ब्रेथ एनलाइजर खराब हो गया था। इसलिए अस्पताल में अल्कोहल जांच के लिए भी भेजा गया था, अब बन गया है। उन्होंने कहा कि हथकड़ी सुरक्षा के लिए भी लगाया जाता है।

बता दें कि जब आप नेपाल से भारत की ओर भारतीय सीमा क्षेत्र में प्रवेश करते हैं तो 500 गज की दूरी पर ही मध निषेध विभाग के आबकारी थाना स्थापित है। जहां निरीक्षक रैंक के अधिकारी की पदस्थापना है। वहां से आगे बाटा चौक मात्र 100 गज की दूरी पर है, जहां पुलिस की गश्ती हमेशा रहती है। यहां पकड़े गए शराबियों को स्थानीय थाने ने  पकड़ा। जब शराबियों को रेस्क्यू किया गया है तो उपकरण व ससंसाधन के साथ क्यों नहीं किया गया। इस मामले को लेकर सिविल सर्जन डा अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि अस्पताल में कागज के कूपे से शराबियों की जांच के मामले की जांच के लिए जांच कमेटी गठित कर दी गई है।

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