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Bihar: दरभंगा में नाबालिग से रेप मामले को लेकर बुलाई पंचायत, केस वापस लेने का बनाया दबाव, पीड़िता ने खाया जहर

बिहार के दरभंगा जिले के कमतौल थाना क्षेत्र के एक गांव की नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता ने गुरुवार को पंचों के दबाव में आकर जहर खा लिया। उसे गंभीर हालत में डीएमसीएच में भर्ती कराया गया है। पीड़िता की मां ने...

Bihar: दरभंगा में नाबालिग से रेप मामले को लेकर बुलाई पंचायत, केस वापस लेने का बनाया दबाव, पीड़िता ने खाया जहर
दरभंगा हिन्दुस्तान टीमFri, 15 Jan 2021 08:10 AM
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बिहार के दरभंगा जिले के कमतौल थाना क्षेत्र के एक गांव की नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता ने गुरुवार को पंचों के दबाव में आकर जहर खा लिया। उसे गंभीर हालत में डीएमसीएच में भर्ती कराया गया है। पीड़िता की मां ने आरोप लगाया कि दुष्‍कर्म मामले को लेकर गांव में पंचायत बुलायी गयी थी। इस दौरान पीड़िता पर केस वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा था। ऐसा नहीं करने पर उसे जान से मारने की धमकी दी गयी। इसी डर के कारण उसने जहर खा लिया।

इस संबंध में ढढ़िया बेलवारा की मुखिया शमिता देवी के पुत्र रामभजन बैठा ने बताया कि गांव में गुरुवार को किसी बात को लेकर पंचायत हुई थी, लेकिन उन्हें इसकी जानकारी नहीं दी गयी थी। वहीं, थाना प्रभारी सरवर आलम ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि गांव में पंचायत हुई थी। इस दौरान पीड़िता पर जबरन समझौता करने का दबाव बनाया जा रहा था। इसी कारण पीड़िता ने खटमल मारने की दवा खा ली। परिजन उसे जाले रेफरल अस्पताल ले गए। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे डीएमसीएच ले जाया गया। पुलिस घटना की तहकीकात में जुटी हुई है।

पुलिस ने नहीं की कोई मदद
बता दें कि छह माह पूर्व नाबालिग लड़की के साथ गांव के ही एक युवक ने दुष्कर्म किया था। इस मामले में आरोपित के खिलाफ कमतौल थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। आरोपित फिलहाल जेल में है। इसी मामले को लेकर गांव में पंचायत बुलायी गयी थी। इसमें पीड़िता व उसके परिवार के सदस्यों पर केस वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा था।

डीएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड में पीड़िता के साथ आयी उसकी मां ने कहा कि पंचायत में हुई बातों को बताने हम कमतौल थाना गये थे। वहां केस के आईओ मनोज कुमार को हमने सारी घटना की जानकारी दी। इस पर उन्होंने कहा कि यह पंचायत का मामला है, आप खुद इससे निपट लें। घर पर मेरी बेटी अकेली थी। इसी दौरान मो. इस्लाम शेख, मो. मुस्लिम शेख, मो. सगीर शेख और मो. नजीर शेख के साथ कुछ और लोग मेरे घर पर आए और मेरी बेटी को जान से मारने की धमकी देने लगे। साथ ही केस वापस नहीं लेने पर जिंदा जला देने की बात कही। उन लोगों से डरकर मेरी बेटी ने घर में रखी खटमल मारने की दवा खा ली। जब हम घर पहुंचे तो देखा कि वह जमीन पर पड़ी थी और बार-बार उल्टी कर रही थी। पूछने पर उसने सारी बात बताई। हम उसे इलाज के लिए कमतौल पीएचसी ले गये। वहां डॉक्टर ने उसे डीएमसीएच रेफर कर दिया।

आगे आयी बाल कल्याण समिति
मामले की जानकारी मिलने पर बाल कल्याण समिति, दरभंगा के अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार झा डीएमसीएच पहुंचे। उन्होंने बताया कि हम लोगों की तरफ से बच्ची को संरक्षण दिया जा रहा है। पीड़ित बच्ची का इलाज डीएमसीएच में चल रहा है। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष की उपस्थिति में बेंता सहायक थाने की पुलिस ने पीड़िता का बयान दर्ज किया। वीरेंद्र कुमार झा ने कहा कि पीड़ित बच्ची की जरूरत, संरक्षण और सहायता की जिम्मेवारी बाल कल्याण समिति की है। आरोपितों पर कार्रवाई के लिए कमतौल थाना अध्यक्ष को निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि चूंकि यह मामला पॉस्को कोर्ट में पहले से चल रही है इसलिए इसकी सूचना बाल कल्याण समिति की ओर से न्यायालय को दी जाएगी।

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