बिहार: नाबालिग को झूठे केस में जेल भेजने पर पूरा थाना लाइन हाजिर, दो थानाध्यक्ष निलंबित
पुलिस द्वारा सब्जी वसूली करने के मामले में जोनल आईजी नैय्यर हसनैन खां ने कार्रवाई करते हुये अगमकुआं एवं बाईपास थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया हैं । साथ ही इस मामले से जुड़े और 9 लोगों को निलंबित किया...
पुलिस द्वारा सब्जी वसूली करने के मामले में जोनल आईजी नैय्यर हसनैन खां ने कार्रवाई करते हुये अगमकुआं एवं बाईपास थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया हैं । साथ ही इस मामले से जुड़े और 9 लोगों को निलंबित किया गया है। पूरे अगमकुआं थाने की पुलिस को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
बाइपास थानाध्यक्ष को बेतिया और अगमकुआं थानाध्यक्ष को सहरसा मुख्यालय भेज गया है। आईजी के अनुसंधान में आरोप सही पाते हुए पुलिस को दोषी माना गया है। आईजी ने डीजीपी को रिपोर्ट सौंपी है।
आईजी नैयर हसनैन खां ने तीनों केस के सुपरविजन करने की जिम्मेदारी एसएसपी को सौंपी है। तीन दिनों के अंदर फिर से सुपरविजन रिपोर्ट मांगी है। वहीं बेउर जेल में बंद पंकज को रिमांड होम भेजने की प्रक्रिया को पालन करने का निर्देश दिया गया हैं। इधर, तत्कालीन एएसपी हरि मोहन शुक्ला ने समय के अंदर सुपरविजन नहीं करने की बात स्वीकार की है। हरि मोहन शुक्ला से शो -कॉज मांगा गया है।
बाइक लूट में हुई थी एफआईआर
गांधीनगर में रहनेवाले पंकज पर अगमकुआं और बाईपास थाना में बाइक लूट में एफआईआर हुई थी। आरोपी के पिता ने कईं अधिकारियों से अपील की थी कि उसके बेटे को झूठे आरोप में जेल भेजा गया है। आरोप लगाया था कि पुलिस को मुफ्त में सब्जी नही दी तो बेटा का जेल भेज दिया गया। मामला प्रकाश में आने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश ने तत्काल एक्शन लेने को कहा था। आईजी ने खुद सब्जी विक्रेता के घर पर जाकर उसका बयान लिया था।