ककोलत वॉटरफॉल का फिर लुफ्त उठा सकेंगे टूरिस्ट, सीएम नीतीश ने किया लोकार्पण
नवादा जिले के गोविंदपुर प्रखंड स्थित ककोलत जलप्रपात का सीएम नीतीश कुमार ने लोकार्पण किया। पर्यटकों की सुविधाओं का जायजा लिया। साथ ही वन विश्राम गृह ‘अरण्यधार' का भी उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को नवादा जिले के गोविंदपुर प्रखंड स्थित ककोलत जलप्रपात में पर्यटकीय सुविधाओं का लोकार्पण किया और पर्यटकों को दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने वन विश्राम गृह ‘अरण्यधार' का भी उद्घाटन किया और वन विश्राम गृह का निरीक्षण भी किया। वन विश्राम गृह के सभागार में मुख्यमंत्री के समक्ष ककोलत जल प्रपात विकास यात्रा पर आधारित एक लघु फिल्म प्रदर्शित की गई। मुख्यमंत्री ने ककोलत जलप्रपात के विकास के लिए बेहतर कार्य करने वाले अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
इस मौके पर सीएम नीतीश ने कहा कि ककोलत जलप्रपात के विकास से बिहार में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था भी सशक्त होगी। हम विकास के लिए पहले भी काफी कुछ किए हैं, अभी और भी विकास करेंगे। हम हमेशा ही ककोलत आते रहते हैं और आते रहेंगे। ककोलत में विकास कार्य अभी चल रहा है। विकास की अन्य संभावनाओं पर भी बातचीत की जा रही है।
दरअसल, ककोलत जलप्रपात में ईको टूरिज्म सुविधाओं एवं अन्य विकास कार्यों के चलते इसे लोगों के लिए बंद कर दिया गया था। अब यहां पर सभी ईको टूरिज्म सुविधाएं विकसित हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री द्वारा इसके लोकार्पण के पश्चात इसे सभी लोगों के लिए खोल दिया गया है। ककोलत के विकास को देखकर लोगों में खुशी का माहौल है।
ककोलत जलप्रपात के लोकार्पण के बाद मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से वारिसलीगंज पहुंचे। वहां उन्होंने वारिसलीगंज औद्योगिक परिसर में स्थित 06 एमटीपीए सीमेंट ग्राइंडिंग इकाई का वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच शिलान्यास किया। अदानी ग्रुप की अग्रणी सीमेंट कंपनियां एससीसी और अम्बुजा सीमेंट 1400 करोड़ रुपये इस परियोजना पर निवेश कर रही है। यह राज्य में किसी भी सीमेंट कंपनी द्वारा किया गया सबसे बड़ा निवेश बताया जाता है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने नालंदा के हरनौत प्रखंड के द्वारिका बिगहा में मुहाने नदी पर नवनिर्मित पुल का उद्घाटन भी किया।