मुजफ्फरपुर में टूटा तिरहुत नगर का तंटबंध, 600 घरों में घुसा पानी, सैकड़ों परिवारों नें नहीं जले चूल्हे
लोगों का कहना है कि बांध बनाने के बाद आज तक नहीं टूटा है। आशंका जताई है कि किसी ने बांध काट दिया है। तेजी से बह रहे पानी की जद में वार्ड 13, 14, 15, 16 में करीब छह सौ घर आ गए हैं।
बिहार के मुजफ्फरपुर में तिरहुत नहर का तटबंध टूट जाने से तबाही गई है। करजा थाने की रक्सा पंचायत में तिरहुत नहर का बांध टूटने से शुक्रवार को टूट गया। तेजी से बह रहे पानी की जद में वार्ड 13, 14, 15, 16 में करीब छह सौ घर आ गए हैं। इसके अलावा महमदपुर सूबे पंचायत के बंगरी वार्ड एक और दो में करीब तीन दर्जन से अधिक घरों में पानी घुस गया है। लोगों के चूल्हे नहीं जले। ग्रामीण सड़कों पर 2-3 फीट तक पानी लगा हुआ है, जबकि खेत में 4-5 फीट पानी है। वहीं, जियन गांव की ओर पानी बढ़ने से लोग डरे-सहमे हुए हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि 30 घंटे बीत गए, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई राहत सामग्री नहीं दी गई। पूर्व मुखिया प्रतिनिधि इंदल साह की ओर से कुछ लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था कराई गई। 100-150 लोग रक्सा बहादुर चौक पर अर्धनिर्मित मार्केट में शरण लिए हुए हैं। इधर, विधायक मो. इसराइल मंसूरी, पूर्व मंत्री अजीत कुमार, प्रमुख रेणु देवी, बीजेपी के प्रखंड अध्यक्ष रामनरेश सहनी, युवा राजद के प्रखंड अध्यक्ष मो. जीशान आदि ने प्रभावित लोगों से बात की।
विधायक ने बीडीओ एवं सीओ को तत्काल राहत उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। इधर, पूर्व मंत्री ने कहा कि साजिश के तहत बांध को तोड़ा गया है। उन्होंने प्रशासन से बांध टूटने की जांच करने की मांग की है। बीडीओ अर्चना कुमारी ने बताया कि बांध बांधने का काम चल रहा है। वहीं, सीओ ममता कुमारी ने बताया कि क्षति का आकलन कराया जा रहा है। गौरतलब है कि गुरुवार रात रक्सा में लगभग 40-50 फीट में बांध टूटने से सैकड़ों घरों में पानी घुस गया है।
स्लुइस गेट को कर दिया गया बंद
जल संसाधन विभाग की ओर से गुरुवार की रात स्लुइस गेट को बंद कर दिया गया। बोरी में मिट्टी भर कर बांध मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया है। हालांकि, पानी का रिसाव कम नहीं हुआ है। शुक्रवार सुबह जल संसाधन विभाग की टीम, आपदा के वरीय अधिकारी विजय सौरव, सीओ ममता कुमारी, बीडीओ अर्चना कुमारी स्थिति का जायजा लिया। वहीं, मुखिया प्रतिनिधि शक्ति सुमन की ओर से टेंट की व्यवस्था कराई जा रही है।
बांध काटने की जताई आशंका
स्थानीय लोगों का कहना है कि बांध बनाने के बाद आज तक नहीं टूटा है। आशंका जताई है कि किसी ने बांध काट दिया है। बंगरी के अजय कुमार, शंभु राम, प्रभु राम, श्याम कुमार, सुरेंद्र राम, देवेंद्र राम, सुनैना देवी, देवनारायण राम, वकील राय, रामप्रवेश महतो, नरेश महतो, सीताराम राय, लालबाबू राय, उमेश पासवान, महेश पासवान, सुरेंद्र ने बताया कि भोजन और मवेशी को चारा कहां से मिलेगा चिंता सता रही है।
औराई में बागमती खतरे के निशान से 110 सेमी ऊपर
औराई। कटौंझा में बागमती खतरे के निशान से 110 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। बागमती का पानी चौर में फैलने लगा है। इसी तरह से जलस्तर में वृद्धि होती रही तो परियोजना बांध के अंदर बसे छोटे टोलों एवं बसावट में पानी प्रवेश कर जाएगा। तेज हवा के झोंकों के कारण उपधारा में नाविकों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
कटरा नए इलाके में फैल रहा बागमती का पानी
बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि से प्रखंड की उत्तरी 14 पंचायतों का प्रखंड मुख्यालय से सड़क संपर्क बाधित हो गया है साथ ही नए इलाके में पानी फैलने लगा है। बकुची स्थित बागमती नदी पर बने पीपा पुल के एप्रोच पथ पर करीब दो फीट पानी चढ़ गया है। कालेज के निकट से चौक तक मुख्य मार्ग पर करीब दो फीट जलभराव से राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
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