भागलपुर का ये पुल दे रहा हादसे को बुलावा; जर्जर हालत में पहुंचा, रोजाना गुजरते हैं हजारों लोग
भागलपुर जिले के पीरपैंती में काली प्रसाद गांव के पास बना पुल हादसे को बुलावा दे रहा है। जो कभी भी ढह सकता है। पुल बुरी तरह जर्ज है। इस पुल से रोजाना हजारों लोग निकलते हैं।
बिहार के कई जिलों में ऐसे पुल हैं, जो पूरी तरह जर्जर हो गए हैं। और कभी भी हादसे का शिकार हो सकते हैं। ऐसा ही एक पुलिस भागलपुर के पीरपैंती में है। जिस पर से रोजोना हजारों लगो गुजरते हैं। काफी लंबा ये पुल पूरी तह जर्जर हो चुका है। काली प्रसाद गांव के पास बना पुल काफी लंबा है। यह पुल एक ओर जहां पीरपेंती से हजूरनगर, खवासपुर, महिनपुर एकचारी, रानी दियारा से लेकर शिवनारायणपुर एनएच 80 का संपर्क मार्ग है, तो वहीं दूसरी ओ कटिहार जिल के बकिया दियारा का भी संपर्क मार्ग है। इस पुल से दियारा क्षेत्रों के हजारों लोग रोज गुजरते हैं। यह काफी जर्जर हो चुका है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि पुल कमजोर चुका है। इस बार बाढ़ आ गई तो शायद ही ये पुल बचेगा। पुल पर जो सड़क है, वही भी टूट गई है। पुल से गुजर रहे राहगीर कृष्णा शर्मा, सुनील यादव, विक्रम प्रसादने कहा कि पुल की मरम्मत शीघ्र कराई जाए औ पुल को ऊंचा किया जाए। ग्रामीण कार्य विभगग के एसडीओ न्यूजटन कुमार ने बताया कि काली प्रसाद, खवासपुर, सलेमपुर पुल समेत कहलगांव अनुमंडल के कुल 29 पुल-पुलियों की सूची मुख्यालयों को भेज दी है गई है। मुख्यालयों से भी डैमेज पुल-पुलियाा की रिपोर्ट मांगी गई है।
आपको बता दें पीरपैंती प्रखंड की कुल 28 पंचायतों और एक नगर पंचायत में से तकरीबन 15 पंचायत दियारा क्षेत्र में है। इनमें से एक-दो को छोड़ दें तो सभी बाढ़ से प्रभावति पंचायतें हैं। इन पंचायतों का संपर्क छोटे- बड़े पुल-पुलिया से है। ये पुल-पुलिया हर साल भीषण बाढ़ आ जान से कम से कम एक से डेढ़ महीने पानी से भरे रहते हैं। इस बीच पुल कमजोर हो जाता है।
आपको बता दें जुलाई महीने में ही 20 दिनों में करीब 15 पुल-पुलिया ढह चुके हैं। जिसको लेकर नीतीश सरकार सख्ती बरत रही है। राज्य में पुलों के रखरखाव की नीति (ब्रिज मेंटेनेंस पॉलिसी) लागू हो गई है। इस नीति के आधार पर पुलों का हेल्थ कार्ड बनेगा और रखरखाव के लिए विशेष प्रभाग (डिविजन) का गठन होगा। मुख्य अभियंता इस डिवीजन के हेड होंगे।