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बिहार में अब मीठी क्रांति, 17 जिले चयनित-केंद्र से 1. 30 करोड़ स्वीकृत; जानें क्या है यह योजना

मधुमक्खी पालन में राज्य में महिलाओं के समूह,जीविका और वेजफेड को प्राथमिकता दी जाएगी। 30 प्रतिशत हिस्सेदारी महिलाओं की होगी। इसका फायदा जीविका दीदियों को भी मिलेगा। कृषि विभाग की भूमिका महत्वपूर्ण है।

बिहार में अब मीठी क्रांति, 17 जिले चयनित-केंद्र से 1. 30 करोड़ स्वीकृत; जानें क्या है यह योजना
Sudhir Kumarहिंदुस्तान,पटनाMon, 20 Mar 2023 06:31 AM
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बिहार में मीठी क्रांति को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार की ओर से बड़ी सौगात दी गई है। राज्य के 17 जिलों  का चयन किया गया है जहां मीठी क्रांति यानि शहद उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा। राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं शहर मिशन (नेशनल बी कीपिंग एंड हनी मिशन) के तहत इनका चयन किया गया है। महिला समूहों, किसान समूहों,सहकारी समितियों को अनुदान देकर इसके लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। 

मधुमक्खी पालन में राज्य में महिलाओं के समूह,जीविका और वेजफेड को प्राथमिकता दी जाएगी। 30 प्रतिशत हिस्सेदारी महिलाओं की होगी। इसका फायदा जीविका दीदियों को भी मिलेगा। कृषि विभाग ने संबंधित जिलों के अधिकारियों को किसान समूह, सहकारी समितियों के चयन के निर्देश दिए हैं। योजना क्रियान्वयन के लिए इन जिलों को राशि की पहली किस्त भी भेजी जा रही है। जल्द ही योजना धरातल पर नजर आएगी।

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फूलों की खेती को बढ़ावा, महिलाओं को ट्रेनिंग

केंद्र ने पहली किस्त के रूप में 1. 30 करोड़ स्वीकृत किए हैं। महिलाओं को मधुमक्खी पालन के लिए बढ़ावा देने के अलावा तकनीकी सहायता और आवश्यक ट्रेनिंग दी जाएगी। मधुमक्खी पालन क्षेत्र में फूल वाले पौधों की खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत राशि इसमें खर्च किया जाएगा। राज्यस्तर पर बैठक की गई है। राज्य सरकार की ओर से इसमें वार्षिक कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। जिला बागवानी विकास समिति को किसान समूह चयन की जिम्मेवारी दी गई है। 

इन जिलों में चलेगा कार्यक्रम

बिहार में औरंगाबाद, भागलपुर, भोजपुर, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, जमुई, किशनगंज, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, पटना, पूर्णिया, रोहतास, समस्तीपुर, सारण, सीतामढ़ी और वैशाली जिलों का चयन किया गया है। यहां हनी मिशन यानि मीठी क्रांति की सफलता के लिए केंद्र और राज्य सरकारें पूरी ताकत से काम करेंगी।

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मीठी क्रांति है उद्देश्य

बिहार शहद उत्पादक प्रमुख राज्यों में से एक है। योजना का उद्देश्य मधु क्रांति यानि मीठी क्रांति लाना है। मधु क्रांति के लक्ष्य को प्राप्त करने एवं वैज्ञानिक तरीके से मधुमक्खी पालन, मधु उत्पादन एवं अन्य उत्पाद को बढ़ावा दिया जाएगा। कृषि एवं गैर कृषि परिवार को रोजगार दिलाने में भी यह मदद करेगा।

बिहार में बड़े पैमाने पर शहद का उत्पादन होता है। राज्य के करीब पचास हजार लोग इससे जुड़े हुए हैं। बिहार के शहद की मांग देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी है। अमेरिका, सऊदी अरब, कतर, मोरक्को आदि देशों में ज्यादा मांग है। राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं शहर मिशन शुरू होने का फायदा यहां के मधुमक्खी पालकों को होगा।

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